- नई दिल्ली, 12 जुलाई : हरियाणा के पूर्व पुलिस महानिदेशक शील मधुर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया है कि वे 22 जुलाई का दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस के रूप में घोषित करें | उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज दिवस ‘तिरंगा’ हमारे देश के स्वतंत्र अस्तित्व, स्वाधीनता संग्राम सेनानियों के त्याग-बलिदान, सत्य और शांति के प्रति प्रतिबद्धता, देशवासियों की आकांक्षाओं और सदैव प्रगति के पथ पर अग्रसर रहने की प्रेरणा का एक सर्वाधिक पवित्र प्रतीक है |
- आज यहाँ जारी एक प्रेस वक्तव्य में शील मधुर ने कहा कि उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री को इस सम्बन्ध में एक ज्ञापन-पत्र भी प्रेषित कर अनुरोध किया है कि बिना और देरी किये 22 जुलाई का दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस के रूप में घोषित किया जाए क्योंकि राष्ट्रीय ध्वज का मौजूदा स्वरुप 22 जुलाई, 1947 को ही अपने वर्तमान स्वरुप और विशिष्ट मानदण्डों के रूप में अस्तित्व में आया था,जिसे स्वतंत्र भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रूप में भारत की संविधान सभा ने स्वीकार किया था और मान्यता दी थी | इसलिये 22 जुलाई का दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस के रूप में घोषित किया जाना सर्वाधिक उपयुक्त होगा | उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज एक ऐसा प्रतीक है , जो भारत जैसे विशाल देश में विविध आयामी विभिन्नताओं के बावजूद देश की एकता व अखण्डता को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए कार्य करने के लिए देशवासियों को प्रेरित करता है और राष्ट्रीय ध्वज दिवस का प्रावधान देश-प्रेम की भावना के साथ-साथ देश की एकता व अखण्डता तथा सामाजिक समरसता को और अधिक मजबूत बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने में कारगर होगा |
- शील मधुर ने कहा कि विश्व स्तर पर अनेक देश और विशेष रूप से जो सर्वाधिक शक्तिशाली तथा विकसित देश माने जाते हैं, उन सभी देशों में उनके राष्ट्रीय ध्वज दिवस का प्रावधान है हैं, जिसे प्रति वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है | उन्होंने कहा कि अपने देश भारत में भी केन्द्र सरकार द्वारा तकरीबन 68 दिवस विभिन्न विषयों पर राष्ट्रीय/विशेष दिवस के रूप में घोषित किये गये हैं, अतः हमारे देश भारत के राष्ट्रीय ध्वज दिवस के लिए भी एक विशेष दिवस घोषित किया जाना आवश्यक है, जिसे सभी देशवासी राष्ट्रीय पर्व के रूप मना सकें |
- उन्होंने कहा कि आज़ादी के 75 वर्षों के बाद भी हम अपने देश में अब तक राष्ट्रीय ध्वज दिवस निर्धारित नहीं कर पाये हैं, जो सभी देश – प्रेमियों के लिए बहुत पीड़ादायक है | उन्होंने कहा कि इस वर्ष जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तब ऐसे में हम अपनी पुरानी ऐतिहासिक गलती को सुधार कर 22 जुलाई का दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस के रूप में घोषित करने का ऐतिहासिक निर्णय लेकर राष्ट्र के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करें |
- शील मधुर ने कहा कि वे अपनी सामाजिक संस्था ‘सादर इंडिया’ के जरिये 28 फरवरी 2021 से लगातार केन्द्र सरकार से 22 जुलाई का दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस घोषित कराने की मांग कर रहे हैं तथा ‘मिशन तिरंगा मेरी शान’ के माध्यम से देशवासियों में राष्ट्रीय ध्वज –तिरंगे की गरिमा तथा महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने का कार्य कर रहे हैं और उन्हें तिरंगे को पूरी गरिमा और सम्मान के साथ फहराने के नियमों , प्रक्रियाओं तथा ‘प्रोटोकाल’ के सम्बन्ध में समुचित जानकारी भी दे रहे हैं |
- शील मधुर ने उम्मीद जतायी कि प्रधानमंत्री मोदी हमारे इस आग्रह पर सकारात्मक कदम उठायेंगे और शीघ्र ही 22 जुलाई का दिन राष्ट्रीय ध्वज दिवस के रूप में घोषित करके देशवासियों को रोमांचित कर देंगे |