कोरोना से लड़ाई के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कर ली है तैयारी
गुरुग्राम, 23 दिसंबर । जिला में अब तक दो महिलाओं में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। शुक्रवार को 42 साल की एक महिला की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इससे पहले इंडोनेशिया व सिंगापुर की यात्रा करके लौटीं 54 साल की महिला में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। दोनों महिलाओं को उनके घरों पर ही परिवार से अलग रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग लगातार उन पर नजर रखे हुए है।
शुक्रवार को सेक्टर-68 में रहने वाली 42 वर्षीय एक महिला के सेंपल लेकर जांच की गई तो उसमें कोरोना की पुष्टि हुई। इससे पूर्व एक अन्य महिला जो मलेशिया व सिंगापुर की यात्रा करके आई है, वह भी कोरोना से संक्रमित मिली है। गुरुग्राम की ही एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करने वाला व्यक्ति भी कोरोना से संक्रमित पाया गया है। उसका उपचार नोएडा के अस्पताल में चल रहा है। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. जय प्रकाश का कहना है कि दोनों महिलाओं को उसके घर पर ही आइसोलेशन में रखा गया है। उनकी सेहत पर नजर रखी जा रही है। दोनों महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। उनके संपर्क में आये परिवार के सदस्यों के भी सेंपल लेकर जांच की गई, लेकिन उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। यानी उनमें कोरोना का संक्रमण नहीं मिला। यह सुकून की बात है।
कोरोना संक्रमण को लेकर गुरुग्राम जिला स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो चुका है। यहां के जिला नागरिक अस्पताल समेत सभी पीएचसी, सीएचसी में विशेष हिदायत जारी कर दी गई है। ओपीडी में आ रहे मरीजों की गहन जांच की जा रही है। अभी तक ओपीडी के माध्यम से 87 मरीजों में कोरोना के लक्षण मिले हैं। उनके सेंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया गया है। अभी उनकी रिपोर्ट का इंतजार है। रिपोर्ट आने तक उन्हें भी परिवार से अलग रहने की सलाह दी गई है, ताकि किसी तरह का रिस्क ना रहे। शुक्रवार को 25 लोगों का रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया और 62 मरीजों का आरटी-पीसीआर टेस्ट हुआ।
स्वास्थ्य विभाग के हैं पर्याप्त इंतजाम: सीएमओ
गुरुग्राम के सिविल सर्जन डा. वीरेंद्र यादव का कहना है कि विभाग द्वारा जिला में कोरोना से लडऩे के लिए पूरी तैयारी है। सरकारी और निजी अस्पतालों को सक्रिय कर दिया गया है। जरूरी दवाइयां, बिस्तर, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन प्लांट दुरुस्त रखने के निर्देश दे दिए गए हैं। जिला अस्पताल में 170 बेड, निजी अस्पतालों में 5869 बेड हैं। ऑक्सीजन सुविधाओं के साथ 1386 बेड हैं। इसकेअलावा 126 पीएए-ऑक्सीजन प्लांट हैं। हर तरह की जरूरतों के हिसाब से स्वास्थ्य विभाग नियमित तौर पर निगरानी कर रहा है।