हरियाणा पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर के आदेशानुसार महिलाओं की सुरक्षा को अधिक प्रभावी बनाने के उद्देश्य से ‘सेफ सिटी कैम्पेन’ चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत, गुरुग्राम में पुलिस आयुक्त श्री विकास अरोड़ा और पुलिस उपायुक्त मुख्यालय श्री अर्पित जैन के निर्देशन में महिला थाना पश्चिम की दुर्गा शक्ति टीम ने 30 सितंबर 2024 को 7 मनचलों— तयुब्ब, हितेश, ज्ञान सिंह, अरिहंत, अंकित, अमित यादव और युवराज को इफको चौक से गिरफ्तार किया। इन सभी के खिलाफ नियमानुसार निवारक कार्यवाही की गई है ताकि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों के परिजनों को भी बुलाया और उनकी उपस्थिति में मनचलों से लिखित माफीनामा लिया गया। उन्हें चेतावनी दी गई कि भविष्य में ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल न हों। इसके बाद, उन्हें उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया। पुलिस द्वारा यह स्पष्ट संदेश दिया गया कि महिलाओं के खिलाफ किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
गुरुग्राम पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक अनूठी रणनीति अपनाई है, जिसमें महिला पुलिसकर्मियों को सादे कपड़ों में चिन्हित स्थानों पर तैनात किया जाता है। ये महिला पुलिसकर्मी अपनी पहचान छिपाकर उन स्थानों पर मौजूद रहती हैं, जहां मनचले अक्सर महिलाओं को परेशान करते हैं। जैसे ही कोई व्यक्ति किसी महिला के साथ अनुचित व्यवहार करता है, ये पुलिसकर्मी उसे तुरंत पकड़ लेती हैं और कानून के अनुसार कार्रवाई करती हैं। इसके बाद, आरोपी को संबंधित पुलिस थाने में ले जाया जाता है और उनके परिजनों को बुलाकर समझाइश दी जाती है। साथ ही उन्हें महिला सुरक्षा और अपराधों के खिलाफ कानून में दिए गए प्रावधानों की जानकारी दी जाती है ताकि भविष्य में वे महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा का ध्यान रखें।
महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए, गुरुग्राम पुलिस लगातार ऐसे मनचलों पर नज़र बनाए हुए है और उन्हें रंगेहाथ पकड़ने की प्रक्रिया नियमित रूप से जारी रखी गई है। पुलिस का उद्देश्य है कि महिलाओं को एक भयमुक्त वातावरण प्रदान किया जा सके, जिसमें वे बिना किसी डर के अपनी दिनचर्या को पूरा कर सकें। गुरुग्राम पुलिस ने जनता को आश्वासन दिया है कि वे 24×7 सेवा में तत्पर हैं और किसी भी महिला सुरक्षा से संबंधित मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई करेंगे।
इस प्रकार का अभियान महिलाओं के सम्मान और उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता देने के साथ-साथ समाज में जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।