
79वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी का बड़ा ऐलान 2035 तक तैयार होगा ‘सुदर्शन चक्र’ राष्ट्रीय सुरक्षा कवच
नई दिल्ली।
79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए एक ऐतिहासिक घोषणा की। उन्होंने बताया कि देश के नागरिकों की सुरक्षा को और मजबूत करने तथा भविष्य की तकनीक-आधारित चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए वर्ष 2035 तक ‘सुदर्शन चक्र’ नामक एक राष्ट्रीय सुरक्षा कवच तैयार किया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बदलते वैश्विक माहौल और तेज़ी से बढ़ती तकनीकी चुनौतियों के बीच भारत को एक ऐसी सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत है, जो जमीन से लेकर आकाश और साइबर स्पेस तक सभी स्तरों पर रक्षा सुनिश्चित करे। ‘सुदर्शन चक्र’ इसी सोच का परिणाम है। यह सुरक्षा कवच आधुनिक तकनीकों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन-रोधी सिस्टम, सैटेलाइट मॉनिटरिंग और साइबर डिफेंस से लैस होगा। इसका उद्देश्य न केवल सीमाओं की रक्षा करना है, बल्कि नागरिकों को डिजिटल और आर्थिक खतरों से भी सुरक्षित रखना है। यह सुरक्षा कवच आधुनिक तकनीकों, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन-रोधी सिस्टम, सैटेलाइट मॉनिटरिंग और साइबर डिफेंस से लैस होगा। इसका उद्देश्य न केवल सीमाओं की रक्षा करना है, बल्कि नागरिकों को डिजिटल और आर्थिक खतरों से भी सुरक्षित रखना है। सुरक्षा कवच की विशेषताएं
ऑल-इन-वन डिफेंस सिस्टम – जमीनी, हवाई और साइबर खतरों से सुरक्षा
एआई और मशीन लर्निंग आधारित मॉनिटरिंग
ड्रोन और मिसाइल इंटरसेप्शन क्षमता
साइबर अटैक से बचाव के लिए उन्नत फायरवॉल और रियल-टाइम रेस्पॉन्स सिस्टम
सैटेलाइट से देशभर में निगरानी
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा,
“भारत का भविष्य सुरक्षित तभी होगा, जब हमारे नागरिक, हमारी सीमाएं और हमारा डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर तीनों मजबूत हों। ‘सुदर्शन चक्र’ इसी दिशा में एक निर्णायक कदम है। यह आने वाली पीढ़ियों को एक सुरक्षित भारत देगा।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस परियोजना पर चरणबद्ध तरीके से काम किया जाएगा और इसके लिए देश के रक्षा अनुसंधान संगठनों, निजी तकनीकी कंपनियों और वैश्विक विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ‘सुदर्शन चक्र’ के लागू होने से भारत की सुरक्षा क्षमताओं में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। यह न केवल पारंपरिक युद्ध के खतरों को टाल सकेगा, बल्कि साइबर और ड्रोन जैसे आधुनिक खतरों को भी समय रहते निष्क्रिय करने में सक्षम होगा।