थानेदार करोड़पति साथ कई-कई फार्मो के मालिक हैं
भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले पुलिस वालों के हाथ पांव फूले
चंडीगढ़। हरियाणा पुलिस के डीजीपी शत्रु जीत कपूर ने पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए एक नया प्रहार किया है और पुलिस कमिश्नर के अलावा पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि अगर कोई पुलिस का अधिकारी जवान भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता हुआ पकड़ा जाता है तो उसका इंचार्ज से भी पूछताछ की जाएगी और अगर दोषी मिलेंगे तो उन पर भी कार्रवाई होगी डीजीपी के नए फरमान से भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे पुलिस के कई अधिकारी कर्मचारियों के हाथ पांव फूलने लगे हैं।
एंटी करप्शन ब्यूरो में रहते हुए बड़े-बड़े आईएएस,एचसीएस ,आईपीएस अधिकारी को नहीं बक्शा उनको भी जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया और कुछ अभी भी एंटी करप्शन ब्यूरो से मुंह छुपा कर भागे हुए हैं उन्हें लगातार पुलिस गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है तो कुछ आईएएस अधिकारी एंटी करप्शन ब्यूरो से बचने के लिए अदालत की शरण में चले गए हैं जिस पर एंटी करप्शन ब्यूरो की नजर बनी हुई है।
शत्रु जीत के डीजीपी पद संभालते ही पुलिस विभाग में भी हड़काम मचा हुआ है
जैसे ही शत्रु जीत कपूर को हरियाणा पुलिस का महानिदेशक नियुक्त किया तो भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारियों के हाथ पांव फूलने लगे और हड़कंप मचना शुरू हो गया हाल ही में पुलिस महानिदेशक की ओर से कड़े निर्देश जारी किए हैं जिसमें कहा गया है कोई भी पुलिस का अधिकारी जवान रिश्वत लेते हुए पकड़ा जाता है तो उतना ही दोषी उसे क्षेत्र का इंचार्ज उसे जवान का प्रभारी जिम्मेदार होगा और उनके खिलाफ भी भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमे दर्ज किए जाएंगे पुलिस महानिदेशक की तरफ से पत्र मिलते ही जो हरियाणा प्रदेश में खासकर गुरुग्राम, फरीदाबाद, रेवाड़ी,पलवल, मेवात में भ्रष्टाचार में लिफ्ट पड़े पुलिस के कुछ जवान अधिकारी दोबारा से नियुक्त हुए हैं एक बार फिर उनमें भी दहशत का माहौल बन गया है और आम जनता को राहत मिलती नजर आ रही है क्योंकि हरियाणा सरकार की सबसे अधिक छवि पुलिस विभाग के द्वारा खराब की जाती है थाने ,चौकिया में पुलिस के अधिकारी जवानों को रवैया ठीक नहीं होता और भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जाता है जिससे सरकार की छवि के साथ-साथ पुलिस विभाग की छवि पर भी दाग लगता है और इस दाग को हटाने के लिए पुलिस महानिदेशक की ओर से अनेक प्रयास किया जा रहे हैं सख्त निर्देश दिए जा रहे हैं अगर इसके बावजूद भी कोई लापरवाही अधिकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त होता है तो उसे कोई बचाने वाला नहीं होगा।
गुरुग्राम के थानों में नंगा नाच होता है भ्रष्टाचार का पकड़े भी जा चुके हैं कई भ्रष्टाचारी
गुरुग्राम मालदों का पैसे वालों का शहर कराया जाता है जिला भी मालदों का है और किसी के पास इतना समय नहीं है कि वह थाना चौकी में जाकर अपनी वेरीफिकेशन या शिकायत का समाधान कर सके पैसे के बल पर कम होते हैं सरकार की छोटे अधिकारी से लेकर बड़े अधिकारी को ऐसे भ्रष्टाचार की पूरी जानकारी है झूठी शिकायत पर कार्यवाही होती है पैसे वसूले जाते हैं जिसका कारण शहर वासियों के पास समय न होना पुलिस की कार्यवाही से बचाना भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है।
थानों में लंबे समय तक रहे थानेदार करोड़पति साथ कई-कई फार्मो के मालिक हैं
गुरुग्राम और फरीदाबाद दो जिले ऐसे हैं जिनमें लंबे समय तक थानेदार रहे हैं थाना के प्रभारी रहे हैं वह करोड़पति से काम नहीं है जहां तक बताया जाता है कई कई फार्मो के मालिक हैं बड़े-बड़े फ्लैट लिए हुए हैं उनका वेतन से नहीं खरीदा गया भ्रष्टाचार से खरीदा गया उनकी भी अगर जांच कराई जाए तो वह भी भ्रष्टाचार में सम्मिलित मिलेंगे हरियाणा की जनता को पुलिस महानिदेशक शत्रु जीत कपूर से काफी आशा है यहां तो चौकी इंचार्ज से लेकर थाने में हवलदार तक मालामाल रहते हैं शिकायतों का हम बार लगा रहता है समाधान नहीं होता आखिरकार पीड़ित रो पीट कर अदालत की शरण में चला जाता है या घर बैठ जाता है गुरुग्राम सिटी का इतना बुरा हाल है।