पांच लोग पहले टक्कर और फिर करंट से बाल बाल बचे
पांच लोग पहले टक्कर और फिर करंट से बाल बाल बचे
मान्यता के चलते जोहड़ से मिट्टी छाटने गांव खोड़ जा रहा था रोहिल्ला परिवार
पटौदी,29 सितंबर , पटौदी बिलासपुर मार्ग पर आश्रम हरिमंदिर अमरपुरी कालोनी के पास राहगीरों की सूझबूझ से पांच लोग पहले सड़क दुर्घटना फिर करंट से बाल बाल बच गए। इस घटना से जाको राखें साइयां मार सके ना कोय कहावत को चरितार्थ कर दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार पटौदी बिलासपुर रोड़ अमरपुरी कालोनी के पास एक बड़ा हादसा होने से टल गया। एक अज्ञात वाहन ने बिलासपुर साइड से आ रही एक मारुति वेगनार कार को टक्कर मारी जिसके चलते वेगनार गाड़ी रोड़ के साथ गड्डे में जाकर बिजली के खंबे से टकराकर पलट गई। जिसमे तीन पुरुष व एक महिला और एक नवजात शिशु फंस गए। इसी दौरान समाजसेवी एडवोकेट सुधीर मुदगिल ऊंचा माजरा की तरफ जा रहे थे। उन्होंने तुरंत राहगीरों के साथ दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश करने लगे। लेकिन जैसे ही उन्होंने अजय व अन्य राहगीरों ने कार को छुआ उन्हें तेज करंट का झटका लगा। इस प्रकार करंट दौड़ रही गाड़ी में पांच लोगों की जान पर बन आई। उसी समय एडवोकेट सुधीर मुदगिल ने बिजली बोर्ड व पुलिस को फोन करके बिजली सप्लाई बंद करने की गुहार लगाई। तुरंत बिजली कर्मचारियों ने बिजली सप्लाई बंद कर दी और पुलिस अधिकारी भी तत्काल मौके पर पहुंच गए। राहगीरों और समाज के लोगों ने ट्रैक्टर से गाड़ी के अंदर फंसे चारो लोगो को बाहर निकाला। जिसमें सीमा रोहिल्ला को चोटे आई थी। उन्हें तुरंत हॉस्पिटल में दाखिल करा दिया। एडवोकेट सुधीर मुदगिल का कहना है कि अब समाज जागरूक हो गया है। कानूनी पेचीदगियों को दरकिनार कर आपातकाल में सड़क दुर्घटना में फंसे लोगों की मदद करने से अब नही घबराता। जो एक अच्छा संकेत है।
मान्यता के चलते जोहड़ से मिट्टी छाटने गांव खोड़ जा रहा था रोहिल्ला परिवार
पटौदी के गांव खोड़ का रहने वाला कृष्णा रोहिल्ला दिल्ली जनकपुरी में रह रहा है। परिवार में बच्चें के जन्म के बाद मान्यता के चलते अपनी वेगनर गाड़ी से पत्नी बच्चे व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ अपने गांव खोड़ के जोहड़ से मिट्टी छाटने जा रहा था कि आश्रम हरिमंदिर अमरपुरी के पास यह दुर्घटना घट गई।