गाजियाबाद। लोनी के रुपनगर कालोनी में धमाके के बाद गिरे दो मंजिला मकान में अब तक छठी मौत हो चुकी है। इस मामले में रुपनगर पुलिस चौकी इंचार्ज सहित तीन पुलिसकर्मी निलंबित हो चुके हैं। साथ ही दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
अवैध पटाखा फैक्ट्री में काम कर रहे आठ लोग
लोनी के रूपनगर कॉलोनी में चल रही अवैध पटाखा फैक्ट्री में काम कर रहे आठ लोग मलबे में दब गए थे दर असल अवैध पटाखा फैक्ट्री में 23 सितंबर को अचानक एक धमाके के बाद दो मंजिला इमारत गिरकर मलबे के ढेर में तब्दील हो गई थई। इस मलबे में फैक्ट्री में काम कर रहे आठ मजदूर दब गए थे। जिनमें महिला, बच्चे और पुरुष काम कर रहे थे। इस दौरान सभी को उपचार के लिए दिल्ली स्थित जीटीबी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जहां अलीना और अलीशा की मौत हो गई थी। इसके बाद धीरे-धीरे तीन अन्य लोगों की भी मौत हो गई शनिवार को छठी मौत शाइस्ता की इलाज के दौरान हो गई। बता दें कि इस मलबे में दबाकर अब तक मेहविश, इमरान, शाइस्ता, अलीना, अलीशा और गीता की मौत हो चुकी है। जबकि फरदीन और नूरी का अभी भी इलाज चल रहा है। इस मामले में घोर लापरवाही के चलते तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है।
फैक्ट्री को शारिक नाम का व्यक्ति चल रहा था
पुलिस चौकी से करीब 300 मीटर की दूरी पर बनी थी
रूपनगर चौकी में तैनात पुलिसकर्मी को गाजियाबाद कमिश्नर के निर्देश पर निलंबित किया गया है। जिसमें रूपनगर पुलिस चौकी प्रभारी उप निरीक्षक रमेश चंद्र गौतम, बीट कांस्टेबल कौशल सिंह और कांस्टेबल दिनेश कुमार को निलंबित कर दिया गया है। बता दें कि पटाखा फैक्ट्री रूपनगर पुलिस चौकी से करीब 300 मीटर की दूरी पर बनी थी और इसमें अवैध पटाखे बनाने की फैक्ट्री चल रही थी। पटाखे बनाने कि इस फैक्ट्री को शारिक नाम का व्यक्ति चल रहा था। शारिक को विकास नाम के व्यक्ति ने पटाखे बनाने का एक बड़ा ऑर्डर दिया था। इसके बाद शारिक ने रूप नगर कॉलोनी में यह दो मंजिल मकान लेकर अवैध रूप से पटाखे बनाने का काम कर रहा था।