छह प्लाटों पर चल रहे देशी मॉल पर जड़ा ताला, डेढ़ साल से लंबित थी शिकायत
करीब छह घंटे तक चली सीलिंग, विरोध से निपटने के लिए पुलिस बल रहा मौजूद
देसी मॉल को टीम ने इस बार सील ही कर दिया
गुरुग्राम, 5 अक्तूबर। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के डिस्ट्रिक टाउन प्लानर इंफोर्समेंट (डीटीपीई) की तरफ से सुशांत लोक दो के रिहायशी मकानों में चल रही व्यावसायिक गतिविधियों के विरूद्व सीलिंग अभियान चलाया गया। करीब 20 मकानों में 28 गतिविधियों को सील किया गया। हांगकांग बाजार पर मुख्यत: चल रहे देसी मॉल को टीम ने इस बार सील ही कर दिया। यह करीब डेढ़ साल पुरानी शिकायत लंबी थी। इसे लेकर लगातार मॉल के दुकानदार और आसपास के निवासी शिकायत कर रहे थे। इसकी वजह से सडक़ पर जाम, पार्किंग और अन्य शिकायतें आ रही थी। ये देसी मॉल करीब छह रिहायशी प्लाट पर अवैध अस्थायी स्ट्रक्चर बनाकर चलाया जा रहा था।
जी तथा एफ-ब्लाक के कई मकानों में दर्जनों व्यावसायिक गतिविधियां चलाई जा रही थी
सुशांत लोक दो हांगकांग बाजार और बेस्टेक मॉल के आसपास लगते जी तथा एफ-ब्लाक के कई मकानों में दर्जनों व्यावसायिक गतिविधियां चलाई जा रही थी। इन गतिविधियों को लेकर लगातार विभाग के पास शिकायतें प्राप्त हो रही थी। हरियाणा अर्बन डेवलपमेंट एक्ट 1975 के नियमों के तहत रिहायशी मकानों में व्यावसायिक गतिविधियां नहीं चलाई जा सकती। पिछले माह भी इस इलाके में सीलिंग अभियान का शेडयूल तथा लेकिन डयूटी मजिस्टे्रट न आने की वजह से सीलिंग अभियान नहीं चल पाया।
दोनों मॉल एवं मार्केट की मुख्य रोड पर चल रही गतिविधियों को सील कर दिया
बृहस्पतिवार को डिस्ट्रिक टाउन प्लानर इंफोर्समेंट मनीष यादव के नेतृत्व में चलाए गए अभियान में दोनों मॉल एवं मार्केट की मुख्य रोड पर चल रही गतिविधियों को सील कर दिया गया। इन गतिविधियों पर दो मकानों के आठ फ्लोरों पर चल रहे कमर्शियल आफिस, छह प्लाटों पर चल रहा देशी मॉल, अन्य मकानों पर चल रहे प्रापर्टी डीलर आफिस, डाक्टर क्लीनिक, सलून, जिम, जेजे फर्निशिंग समेत कुल 28 गतिविधियों को सील कर दिया गया।
रिस्टोरेशन के आदेश के बाद भी पर्याप्त समय दिया गया लेकिन लोगों ने न तो संतोषजनक जवाब दिया
डीटीपीई की तरफ से सभी मकान मालिकों को एक्ट के अनुसार कारण बताओ नोटिस जारी किए गए, रिस्टोरेशन के आदेश के बाद भी पर्याप्त समय दिया गया लेकिन लोगों ने न तो संतोषजनक जवाब दिया और न ही गतिविधियों को बंद किया। इसी के बाद बृहस्पतिवार को सीलिंग की कार्रवाई की गई। सीलिंग के दौरान कुछ लोगों ने स्टे दिखाए लेकिन सभी में एक्ट और कानूनी के तहत सीलिंग करने के आदेश थे। इन आदेशों के तहत मकान मालिकों को पहले ही नए सिरे से कारण बताओ नोटिस और रिस्टोरेशन के आदेश जारी कर दिए गए थे। पर्याप्त समय भी दिया गया था।
लोगों ने नहीं ली थी नोन न्यूसेंस गतिविधियों की परमिशन
डाक्टर क्लीनिक, प्रापर्टी डीलर की भी कई गतिविधियां सील की गई। टाउन प्लानिंग की नियमावली के तहत नोन न्यूसेंस गतिविधि की परमिशन ली जा सकती है लेकिन जिन मकान मालिकों ने परमिशन नहीं ली थी, उनकी गतिविधि सील कर दी गई।
विभाग की तरफ से अभी तक 200 के करीब व्यावसायिक गतिविधियों को सील किया जा चुका है। विभिन्न लाइसेंस कालोनियों में 650 से अधिक मकानों को कारण बताओ नोटिस और 600 से अधिक मकानों को रिस्टोरेशन के आदेश दिए जा चुके है। नोटिस और रिस्टोरेशन की प्रक्रिया के बाद लोगो ने अपने आप ही 150 के करीब गतिविधियां बंद कर ली है। नोन न्यूसेंस गतिविधियों के लिए भी अभी तक 100 से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके है। रिहायशी इलाकों में व्यावसायिक गतिविधियों के चलने से लोगों को विभिन्न प्रकार की असुविधाओं को सामना करना पड़ता है। विभाग का सीलिंग अभियान लगातार जारी रहेगा
मनीष यादव, डीटीपी इंफोर्समेंट, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग