सोहना :- श्रीमद भागवत कथा में पहुंचे मुख्य अतिथि पी सी सी मेंबर पंकज भारद्वाज ने कहा कथा की सार्थकता तब ही सिद्ध होती है जब इसे हम अपने जीवन व व्यवहार में धारण कर निरंतर हरि स्मरण करते हैं। अपने जीवन को आनंदमय, मंगलमय बनाकर अपना आत्म कल्याण करें। अन्यथा यह कथा केवल मनोरंजन, कानों के रस तक ही सीमित रह जाएगी।
पंकज भारद्वाज गांव उल्लावास के बाबा भूमियां मंदिर में श्री मद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के दौरान उपस्थित श्रोताओं को संबोधित कर रहे थे।जहां उन्होंने कथावाचक पंडित सुभाष कुमार भारद्वाज वृंदावन वाले से तिलक लगवाकर आशीर्वाद लिया।वहीं उन्होंने कथा वाचक का माला पहनाकर सम्मान किया।
मूल भाव है “ सत्यम परम धीमहि “ । भागवत के आरम्भ में विष्णु या नारायण की नहीं “ सत्य “ की पूजा की गई है
इस मौके पर उन्होनें कहा भागवत कथा , भक्त और भगवान दोनों की कथा है और इसका मूल भाव है “ सत्यम परम धीमहि “ । भागवत के आरम्भ में विष्णु या नारायण की नहीं “ सत्य “ की पूजा की गई है ।
गीता पढ़ने वाले व्यक्ति को सच और झूठ, ईश्वर और जीव का ज्ञान हो जाता है। उसे अच्छे और बुरे की समझ आ जाती है। गीता पढ़ने से व्यक्ति का आत्मबल बढ़ता है और व्यक्ति साहसी और निडर बनकर अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ता है। रोजाना गीता पढ़ने से शरीर और दिमाग में सकारात्मक ऊर्जा विकसित होती है।
शास्त्रों के अनुसार जिन लोगों के घर श्रीमदभागवत गीता ग्रंथ रखी है उन्हें कुछ नियमों का पालन करना चाहिए,।. गीता जीवन जीने की शिक्षा देती है। जो रोजाना इसके श्लोक का अनुसरण करता है वह बड़ी से बड़ी मुश्किलों को आसानी से पार कर लेता है।
इस मौके पर उन्होंने अपने निजी कोश से बाबा भूमियाँ मंदिर के लिए 11 हजार रुपए की आर्थिक सहायता की और एक वॉटर कूलर भी लगवाने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर,युवा नेता अशोक उल्लावास,चौधरी रामी अंबावता,हरचंद सरपंच,धर्मेंद्र पहलवान,बलराम अंबावाता,राजबीर अंबावता,जीते अंबावता,प्रवीण अंबावता,राजकुमार अंबावता,प्रताप अंबावता,अजीत,लछमन परमार,केशव गांधी,राजेश राघव,अनिल सैन,लाला त्यागी,धर्म भारद्वाज,मोहित भारद्वाज,विक्की राघव,राजकुमार अंबावता,राजीव अंबावता,जितेंद्र कुमार , राजू हवलदार मोजूद रहे