गाजियाबाद| महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के 91 संस्थापक सप्ताह समारोह का गोरखपुर में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की जबकि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री व गाजियाबाद से सांसद जनरल वीके सिंह रहे कार्यक्रम की शुरुआत में जवानों द्वारा जनरल वी के सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। जिसके बाद गोरख नाथ गोरखनाथ पीठ के महंत रहे और राम मंदिर आंदोलन के प्रणेता ब्रह्मलीन गुरु अवैद्यनाथ जी और मेवाड़ के मुकुट महाराणा प्रताप की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित करके सादर नमन किया। कार्यक्रम में युवा एनसीसी के जवानों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर जनरल वी के सिंह ने कहा कि युवा पीढ़ी ही हमारे भारत के नवनिर्माण के आधारभूत स्तंभ है, और उनके विकास में ही भारतवर्ष का स्वर्ण विकास निहित है। कार्यक्रम में महाराज श्री अवैद्यनाथ जी के जीवन पर आधारित पुस्तक जनरल वी के सिंह को आयोजन द्वारा भेंट की गई। कार्यक्रम में सांसद रवि किशन समेत वरिष्ठ जन्म मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनरल वी के सिंह के सैन्य कार्यकाल और तदुपरांत राजनीतिक जीवन की सफलता की सराहना करते हुए कहा कि जनमानस के विश्वास का प्रतीक वही बनता है जिसके आचार विचार में समन्वय होता है। जब कथनी और करनी में सामंजस्य होता है तो जनता का विश्वास प्राप्त होता है। सीएम योगी ने बताया कि सेवा के अधिकारियों को लेकर सामान्य धारणा के इतर जनरल वी के सिंह विशुद्ध सहकारी सात्विक है और सप्ताह में एक दिन व्रत रखते हैं। समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री एवं स्थानीय सांसद जनरल वीके सिंह ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि हम कोई भी काम अब अपने नाम के लिए करते हैं। तो नाम के जज्बे से सफलता जरूर मिलती है। नाम की चाहत खुद में एक प्रेरणा है। उन्होंने महाराणा प्रताप के व्यक्तित्व का स्मरण करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप का नाम याद करते ही यह प्रेरणा मिलती है कि हमें कभी अपने कर्तव्य पथ से पीछे नहीं हटना चाहिए। उन्होंने कहा कि अनुशासन विचार समृद्ध और लक्ष्य के प्रति जुनून रखने वाले युवा आज की आवश्यकता है।