कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
कॉरपोरेट बिल्डिंग में केमिकल के ड्रामा की भी संख्या अधिक
उत्तर प्रदेश ,नोएडा 5 दिसंबर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की जनता की सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं लेकिन नोएडा के तीन में मुख्यमंत्री के भ्रष्ट अधिकारी उनके सभी दावों की हवा निकल रहे हैं । जिसके चलते उत्तर प्रदेश सरकार की छवि धूमल होती जा नजर आ रही है और अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी अंजान बने हुए हैं।
नोएडा के सेक्टर 3 में कई बड़ी बिल्डिंग है जिन्हें किराए पर दिया हुआ है लेकिन किराएदारों के जान माल की सुरक्षा के नाम पर लीपा पोती हो रही है चार मंजिली इमारत में ने फायर सेफ्टी का कोई इंतजाम है और ना ही लिफ्ट की व्यवस्था है अगर कोई बड़ा हादसा हो जाए बिल्डिंग में काम कर रहे कर्मचारी के लिए भगाने का रास्ता भी नहीं मिलेगा मगर फायर विभाग नोएडा सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनी हुई है आंखें बंद की हुई है और मालिक के साथ मोटी सांठगांठ कर आंखें बंद किए हुए हैं।
सेक्टर 3, 25 ए चार मंजिला इमारत में विभिन्न कंपनी के कर्मचारियों के लिए फायर सेफ्टी और लिफ्ट तक की व्यवस्था नहीं है यहां तक की बेसमेंट में इमरजेंसी द्वारा तक नहीं छोड़े गए हैं और इसी मलिक ने सभी नियमों को तक पर रखकर नीचे केमिकल के ड्रम रखे हुए हैं और कागजात की छपाई होती है अगर कोई बड़ा हादसा हो जाता है जान बचाने के लिए कोई रास्ते नहीं है नहीं कोई पानी का कोई बड़ा टैंक है कर्मचारियों की जान को जोखी में डाला हुआ है।
इस भवन में कई कंपनियों के कार्यालय चल रहे हैं
जहां सभी नियमों को तक पर रखकर किराएदारों को धोखे से कार्यालय दिए हुए हैं लेकिन उनकी सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर कोई इंतजाम नहीं है छोटे-छोटे कार्यालय बनाकर विभिन्न कंपनियों को दिए हुए हैं जिसमें सैकड़ो कर्मचारी काम करते हैं जिनमें महिलाएं भी हैं पुरुष भी शामिल है अगर कोई हादसा हो जाता है तो चार मंजिल से उतरते उतरते उनकी जान भी जा सकती है लेकिन मलिक को इसकी कोई परवाह नहीं है क्योंकि मालिक मालिक होता है बड़े लोगों के साथ रसूक हैं अधिकारियों को चढ़ावा चढ़ाया जाता है उनकी तरफ देखने की किसी की हिम्मत तक नहीं है मगर कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो उस समय सरकार और प्रशासन को दोष दिया जाता है ।
आखिरकार कैसे उड़ती है नियमों की झज्जियां
नोएडा के सेक्टर 3 में कैसे उड़ रही है नियमों की धज्जियां इसका अंदाजा लगाया जा सकता है किस-किस विभाग के अधिकारी मिले हुए हैं किन-किन विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी होती है किन किन नियमों की पालना करायें लेकिन सब अधिकारी आंख बंद किए हुए हाथ से का इंतजार कर रहे हैं कब बड़ा हादसा हो और कब बिल्डिंग के मालिक पर कार्रवाई की जाए इससे पहले सब मिले हुए हैं कोई देखने वाला नहीं है अगर किसी की जान जाती है तो जाए इनको कोई परवाह नहीं।
फायर विभाग के अधिकारियों की नजर में लोगों के जिंदगी की कोई वैल्यू नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश की नोएडा के फायर विभाग के अधिकारियों की नजर में कोई वैल्यू नहीं है जिसके चलते अधिकारी सभी नियमों की अनदेखी कर रहे हैं और जनता की जिंदगी से कोई लेना-देना नहीं है। इस पूरे मामले में नोएडा फायर विभाग के अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे से संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया जिसके चलते प्रशासनिक पक्ष नहीं लिया जा सकता लेकिन इतना जरूर है कि लोगों की जान के साथ चार मिंजला इमारत का मालिक खिलवाड़ कर रहा है। मजेदार बात तो यह है की अपनी आलीशान बिल्डिंग के पीछे स्वयं का कारोबार है जिसमे केमिकल के डब्बे भारी संख्या में रखे गए अगर कभी कोई आंख की चिंगारी निकलती है तो बचना नामुमकिन है अगर समय रहते भी सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया तो आना वाला समय सेक्टर 3 नोएडा में जिन बिल्डिंगों में में नियमों की उल्लंगना की गई है जिम फायर सेफ्टी नहीं
फायर विभाग के अधिकारियों का क्या कहना है
फायर विभाग नोएडा के अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे का कहना है अभी हमारे संज्ञान में आया है वीआईपी मूवमेंट है तीन-चार दिन उसके बाद हम निरीक्षण करेंगे और अगर सेफ्टी परपज से कहीं भी लापरवाही है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे
शहर विभाग के अधिकारी ने वीआईपी मोमेंट का नाम लेकर मामले को टालने का प्रयास किया जबकि गंभीर मामला है इस पर तुरंत ध्यान देने की जरूरत थी लेकिन उन्होंने कहा वीआईपी मोमेंट के चलते व्यस्त रहेंगे