अधिकारी जन सुनवाई करते समय सहानुभूति पूर्वक उनकी रिपोर्ट दर्ज करें : श्रीकांत जाधव
सिरसा, 30 दिसंबर। पुलिस अधिकारी जनता की शिकायतों की सुनवाई करते समय सहानुभूतिपूर्वक उनकी रिपोर्ट दर्ज करे। जब कोई व्यक्ति अपनी समस्या लेकर थाने में आता है तो उस समय वह अपनी परेशानी से काफ़ी त्रस्त रहता है। ऐसे में यदि संबंधित अधिकारी उसकी शिकायत पर सहानुभूति के साथ रिपोर्ट दर्ज करता है तो उसका सिस्टम में विश्वास सुदृढ़ होता है।
यह बात आज अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीकान्त जाधव ने ऐलनाबाद पुलिस थाने में आयोजित जनशिकायत सुनवाई कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधिकारियों को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि थाने में लोग न्याय व सुरक्षा की उम्मीद लेकर आते हैं । उनके साथ अच्छा बर्ताव करने के साथ-साथ उनकी शिकायतों का एक निश्चित समय अवधि में निदान करना पुलिस अधिकारियों कर्मचारियों की प्राथमिकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि पुलिस कर्मचारियों फरियादी को उनकी शिकायत पर की गई कार्रवाई वारे अपडेट दें ।इसके साथ साथ यह भी सुनिश्चित करें कि फरियादी पुलिस द्वारा की गई जांच पड़ताल अथवा अनुसंधान से संतुष्ट है अथवा नहीं ।
उन्होंने कहा कि किसी शिकायत की जाँच में देरी संबंधित कर्मचारी अथवा अधिकारी की लापरवाही के साथ-साथ भ्रष्टाचार का सूचक भी है । सरकार द्वारा ऐसे कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
एडीजीपी ने थाना ऐलनाबाद में जनसुनवाई कार्यक्रम में स्थानीय लोगों की पुलिस से संबंधित शिकायते सुनीं। शहर ऐलनाबाद व आसपास गांव से करीब 50 फरियादी थाना ऐलनाबाद में पहुंचे जिनकी शिकायतें सुनकर लगभग एक दर्जन फरियादियां की शिकायतों का मौके पर समाधान किया गया ।
एडीजीपी ने लगभग 20 फरियादियों की समस्याओं का समाधान एक सप्ताह के अंदर-अंदर करने के लिए निर्देश दिए गए। साथ ही कुछ फरियादियों की शिकायतें व उनकी फाइलें समीक्षा के लिए एडीजीपी कार्यालय में भिजवाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने फरियादीयों को समीक्षा उपरांत दो सप्ताह के अंदर-अंदर फरियादियों को सच्चाई बारे अवगत करवाने आश्वासन दिया गया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक सिरसा विक्रांत भूषण उपस्थित रहे।