मकर संक्रांति हिन्दूओं का प्रमुख त्योहार माना जाता है। मकर संक्रांति को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। साल 2024 में मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जब भगवान सूर्य मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब मकर संक्रांति को मनाया जाता है। इस दिन सूर्य की उत्तरायण गति आरंभ होती है और इसी कारण इसको उत्तरायणी भी कहते हैं। मकर संक्रांति के दिन सालों बाद कुछ दुर्लभ योग का संयोग बन रहा है जिससे कुछ राशियों के अच्छे दिन शुरू होंगे। यह दिन सूर्य की पूजा के लिए विशेष होता है।
कब से शुरू होगा पुण्य काल
इस बार पुण्यकाल 15 जनवरी को सुबह 7 बजे से शुरू हो जाएगा,जो सूर्यास्त शाम को 5 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। इसमें स्नान, दान,जाप कर सकते हैं। मकर संक्रांति का महापुण्य काल प्रातः काल 7 बजे से प्रातः काल 8 बजकर 46 तक रहेगा।
77 साल बाद बन रहा है ये खास संयोग
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार 15 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति पर 77 सालों के बाद वरीयान योग और रवि योग का संयोग बन रहा है। इस दिन बुध और मंगल भी एक ही राशि धनु में विराजमान रहेंगे, इन ग्रहों की युति राजनीति, लेखन में कार्य कर रहे लोगों के लिए बहुत लाभदायक होती है।