- गुजरात के महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रत 23 मार्च को राधा स्वामी सत्संग भवन में दिलाएंगे 11 हजार से अधिक अनुयायियों को जहर मुक्त प्राकृतिक खेती करने की शपथ
- महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा 108 हवन कुण्ड के साथ ट्रैक्टरों को हरी झंडी दिखाकर किया जाएगा रवाना
- जनकल्याण व जहर मुक्त प्राकृतिक खेती के लिए किया जा रहा है108 कुण्डीय महायज्ञ का आयोजन
भिवानी, 20 मार्च
राधा स्वामी सत्संग, दिनोद के परम संत हुजूर कंवर साहेब जी महाराज द्वारा भिवानी में रोहतक रोड़ स्थित राधा स्वामी भवन में जन कल्याण, जहरमुक्त प्राकृतिक खेती एवं पर्यावरण संरक्षण हेतू अनेक संत महात्माओं के सानिघ्य में 108 कुंडीय महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है. इस महायज्ञ में 23 मार्च को गुजरात के महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रत मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे. राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा छोटी काशी से राधा स्वामी के लगभग 11 हजार अनुयायियों को जहर मुक्त प्राकृतिक खेती करने की सामूहिक शपथ दिलाई जाएगी, जिसका संदेश न केवल हरियाणा बल्कि देशभर के किसानों को जाएगा. राज्यपाल देवव्रत 23 मार्च को सुबह 9 बजे राधा स्वामी सत्संग भवन में पहुंचेगे.
महायज्ञ कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा हवन में आहुति डालने के साथ-साथ 108 हवन कुण्ड के साथ ट्रैक्टरों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा, जो शहर में पर्यावरण संरक्षण व प्राकृतिक खेती अपनाने का संदेश देंगे. उल्लेखनीय है कि राधा स्वामी सत्संग से जुड़े अनुयायी सदाचार जीवन, नशा मुक्ति, माशाहार को त्यागना, चोरी न करना व कन्याभू्रण हत्या न करने आदि पांच नियमों का पालन करते हैं. इसी कड़ी में आश्रम द्वारा अपने खेती से संबंधित अनुयायियों से हवन यज्ञ के माध्यम से छठे नियम के तौर पर जहर मुक्त प्राकृतिक खेती करने का एक आवाहन किया जाएगा. हवन यज्ञ में 23 मार्च को मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने जा रहे गुजरात के महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रत स्वयं गौ आधारित प्राकृतिक खेती करते है. इसके साथ ही आचार्य देवव्रत द्वारा समय-समय पर अपने कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों से गौ आधारित खेती करने की अपील की जाती है. देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है.
आचार्य देवव्रत के साथ संत महात्माओं द्वारा हवन यज्ञ के माध्यम से किसानों व आमजन से हवा, पानी, खेती, रसोई व पार्यावरण संरक्षण के लिए आवाहन किया जाएगा. प्राकृतिक खेती को अपनाने के लिए इतना बड़ा आयोजन शायद पहली बार हो रहा, जिसमें 11 हजार से ज्यादा लोगों को शपथ दिलवाई जाएगी. इसके लिए 108 हवन कुण्ड बनाए गए हैं. इस महायज्ञ में पश्चिम की दिशा से प्रवेश होगा. राज्यपाल आचार्य देवव्रत द्वारा हवन में आहुति डाली जाएगी.
बदलता दिखाई देगा खेती का स्वरूप
गौरतलब है कि रसायनिक खाद के प्रयोग से हमारा खान-पान जहरीला हो गया है. इसका सीधा प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. लोग कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. इससे एक तरफ जहां आदमी शारीरिक रूप से कमजोर होता है वहीं दूसरी तरफ दवाईयों पर खर्च होने की वजह से आर्थिक हालत भी कमजोर होती है. ऐसे में इस महायज्ञ का महत्त्व और भी अधिक बढ़ जाता है. राधा स्वामी आश्रम से जुड़े खेती करने वाले अनुयायी अपनी कुल खेती योग्य जमीन का 10 से 20 प्रतिशत भी गौ आधारित प्राकृतिक खेती के रूप में अपनाते हैं तो प्रदेश में खेती का स्वरूप ही बदलता नजर आएगा.
शपथ में रहेगा अनेक संत महात्माओं का सानिध्य
इस महायज्ञ के दौरान जहर मुक्त गौ आधारित प्राकृतिक खेती को अपनाने की शपथ दिलाने के दौरान राधा स्वामी सत्संग दिनोद के परम संत हुजूर कंवर साहेब जी महाराज के अलावा सिद्घ बाबा जागगिरी आश्रम भिवानी के पीठाधीश्वर महंत डॉ. अशोकगिरी महाराज, जागीवाल मंदिर के महंत वेदनाथ महाराज, बाल योगिनी साध्वी करूणगिरी महाराज, स्वामी सदानंद महाराज, महामण्डलेश्वर स्वामी धर्मदेव महाराज, हनुमान जोहड़ी धाम के मंहत चरणदास महाराज, भारत माता मंदिर के महंत माई जी महाराज व मंहत श्रीराम कृपा दास महाराज सहित अनेक संत महात्माओं का सानिध्य रहेगा. इस महायज्ञ का आयोजन धर्म प्रचारक जगत गुरू यज्ञ सम्राट मां त्रिपुर सुंदरी पीठाधीश्वर श्रीश्री 1008 हरिओम महाराज के 108 महा यज्ञों के संकल्प के तहत किया जा रहा है. यह महायज्ञ देशभर आयोजित होने वाला 99वां महायज्ञ है. इस महायज्ञ में हरिओम महाराज का विशेष सानिध्य रहेगा.