पटना,28 जनवरी 2024। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यपाल राजेन्द्र वी आर्लेकर को रविवार सुबह अपना इस्तीफा सौंप दिया। नीतीश कुमार ने अपने आधिकारिक आवास पर पार्टी विधायकों की एक बैठक की अध्यक्षता करने के बाद इस्तीफा दिया है। सूत्रों ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के समर्थन से शाम तक नई सरकार के गठन की संभावना है।
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपकर राजभवन से लौटने के बाद नीतीश ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने आज मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।’’ उन्होंने कहा कि वह ‘महागठबंधन’ से अलग होकर नया गठबंधन बनाएंगे। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने यह फैसला क्यों किया, नीतीश ने कहा, ‘‘अपनी पार्टी के लोगों से मिल रही राय के अनुसार मैंने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया।’’
रविवार की सुबह सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार ने लालू यादव की पार्टी पर जमकर निशाना साधा। नीतीश कुमार ने राजभवन से बाहर आकर पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘हमारी पार्टी की राय के बाद मैंने इस्तीफा दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के सभी कामों का क्रेडिट वहीं ले रही थी, मैं काम कर रहा था लेकिन मुझे काम नहीं करने दिया जा रहा था, दोनों तरफ तकलीफ थी।’
नीतीश कुमार ने राजभवन से बाहर आने के बाद कहा, ‘आप सब लोगों को बता देते हैं आज हमने इस्तीफा दे दिया और जो सरकार थी वो समाप्त हो गई। इस्तीफा देने की नौबत इसलिए आई क्योंकि सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था। हमने कुछ बोलना छोड़ दिया था, सबकी राय आ रही थी, पार्टी की राय थी चारों तरफ से कहा जा रहा था जिसके बाद हमने ये फैसला लिया।’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पूर्व के गठबंधन को छोड़कर नया गठबंधन बनाया था लेकिन इसमें भी स्थितियां ठीक नहीं लगी। जिस तरह के दावे एवं टिप्पणियां लोग कर रहे थे, वे पार्टी के नेताओं को खराब लगे इसलिए आज हमने (त्यागपत्र) दे दिया और हम अलग हो गए।’’
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी सहित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के अन्य घटक दलों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘पहले साथ रहे अन्य दल आज ही मिलकर तय करेंगे कि नयी सरकार के गठन को लेकर क्या फैसला करना है। इंतजार करिए।’’
नीतीश पर ‘‘अवसरवादी’’ होने के लगाए जा रहे आरोपों को लेकर उन्होंने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस के गठन में अपनी भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हमने गठबंधन कराया लेकिन कोई कुछ काम ही नहीं कर रहा था… तो हमने बोलना छोड़ दिया था।’’
नीतीश के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस ने उनकी तुलना ‘गिरगिट’ से की और कहा कि राज्य की जनता उनके विश्वासघात को कभी माफ नहीं करेगी। उसने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ से डरे हुए हैं और इससे ध्यान भटकाने के लिए यह राजनीतिक नाटक रचा गया। दूसरी ओर, भाजपा नेता विनोद तावड़े ने बताया कि भाजपा विधायकों ने जदयू के समर्थन से बिहार में राजग की सरकार बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।