झारखंड, 29 जनवरी 2024| झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली स्थित आवास पर प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम सोमवार सुबह ही पहुंच गई। गौरतलब है कि ईडी ने पहले ही सोरेन को कथित भूमि घोटाला मामले में पूछताछ के लिए पेश होने को कहा था। एजेंसी ने चेतावनी दी थी कि सोरेन या तो पेशी के लिए 29 या 31 जनवरी की तारीख दें या फिर ईडी के अधिकारी खुद ही उनसे पूछताछ करने पहुंच जाएंगे।
सीएम हेमंत सोरेने की याचिका क्यों हुई खारिज
ईडी की तरफ से हेमंत सोरेन को अबतक नौ समन जारी किए जा चुके हैं। आठवें समन में उनसे 6 जनवरी से 20 जनवरी तक पूछताछ के लिए पेश होने को कहा था। लेकिन हेमंत सोरेन ने 20 जनवरी को ईडी को उनके आवास पर पूछताछ के लिए आने को कहा था। ईडी के समन के खिलाफ सीएम हेमंत सोरेन सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर चुके हैं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने हेमंत सोरेने की याचिका खारिज कर दी थी।
वहीं नौवें समन में हेमंत सोरेन को 27 जनवरी से 31 जनवरी तक ईडी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था लेकिन ईडी के भेजे पिछले सात समन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन यह कहते हुए गैरहाजिर रहे कि यह समन असंवैधानिक है और उनकी सरकार को परेशान करने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
भूमि घोटाले मामला मे हुई सात घंटे पूछताछ
झारखंड की राजधानी रांची के बजरा इलाके में 7.16 एकड़ जमीन से जुड़े कथित भूमि घोटाले में हेमंत सोरेन से पूछताछ होनी है इस मामले में अब तक 14 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। गिरफ्तार हाई प्रोफाइल लोगों में 2011 बैच के आईएएस अधिकारी छवि रंजन, भानु प्रताप प्रसाद, व्यवसायी अमित अग्रवाल और बिष्णु अग्रवाल शामिल हैं।
इस मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने हेमंत सोरेन को कई समन जारी किए थे लेकिन समन जारी होने के बाद भी हेमंत सोरेने पूछताछ के लिए पेश नहीं हो रहे थे। बीते शनिवार को ईडी के अधिकारियों की एक टीम ने हेमंत सोरेन के आवास पर जाकर ही उनसे कई घंटे पूछताछ की।
नौवें समन पर हेमंत सोरेन ने किया पलटवार
जमीन घोटाला मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी के नौवें समन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपना जवाब दे दिया है। सीएम ने व्यस्तता का हवाला देते हुए ईडी को पत्र लिखकर कहा है कि 31 मार्च तक उनके पास समय नहीं है इसलिए वह पूछताछ के लिए उपलब्ध नहीं हो सकते। ईडी की पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन अपने आवास से बाहर निकलकर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई चोरी नहीं की है इसलिए डरने की भी कोई बात नहीं है। मुश्किलें आएंगी तो वह सबसे आगे खड़े रहकर उसका मुकाबला करेंगे। झारखंडी डरने वाले नहीं है। अब देखना यह होगा कि नौवें समन को लेकर मुख्यमंत्री के भेजे गए पत्र पर अब ईडी किस तरह की प्रतिक्रिया देगी