दिल्ली में पुलिस गश्त के चलते नोएडा में ट्रैफिक धीमा, बॉर्डर इलाकों पर बढ़ाई गई चौकसी
नोएडा 13 फ़रवरी 2024। किसान संगठनों के आज दिल्ली कूच के आह्वान के कारण सोमवार सुबह से दिल्ली-नोएडा के सभी प्रमुख बॉर्डर पर दिल्ली और नोएडा पुलिस की चौकसी रही। दिल्ली पुलिस द्वारा चिल्ला, डीएनडी, कालिंदी कुंज बॉर्डर पर बैरिकेड लगाकर चेकिंग की गई।दिल्ली पुलिस के पहरेदारी के कारण बॉर्डर से गुजरने के दौरान वाहन चालक पहिये पर ब्रेक लगाने को मजबूर हुए। सभी बॉर्डर पर सुबह से शाम तक ट्रैफिक रेंगता रहा। कई बार ट्रैफिक जाम लगा, इससे एक मिनट की दूरी 20 मिनट में तय हुई।
बॉर्डर इलाकों में रही चेकिंग
चिल्ला बॉर्डर पर चेकिंग से दलित प्रेरणा स्थल, कालिंदी कुंज पर चेकिंग से यमुना ब्रिज व डीएनडी पर चेकिंग से लूप तक जाम रहा। नोएडा सीमा में मौजूद यातायात पुलिसकर्मी ट्रैफिक को सामान्य बनाने में लगे रहें।दिल्ली पुलिस के करीब 50 से अधिक जवान सेक्टर-14 ए स्थित चिल्ला बॉर्डर पर सुबह से तैनात रहें, जिनकी नोएडा से दिल्ली से ट्रैक्टर ट्रालियों के जरिये दिल्ली जाने वालों पर खास जर रही। पुलिस ने ट्रैक्टर और ट्रॉली के साथ दिल्ली जरिये चालकों को रोककर पूछताछ की।
संतोषजनक जवाब मिलने के बाद आगे की ओर जाने दिया गया। दिल्ली पुलिस की ओर से सैकड़ों की संख्या में बैरिकेड मंगाए गए हैं जिन्हें नोएडा से दिल्ली की ओर जा रही बायीं साइड की एक लेन व दाएं साइड की एक लेन पर लगाया गया है। दिल्ली पुलिस के जवान पूरे दिन इन बैरिकेड के पास बारी-बारी से चेकिंग करते रहें।सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के लिए टेंट लगाए गए थे. यही हाल डीएनडी बॉर्डर और चिल्ला बॉर्डर का भी था. किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए बॉर्डर पर सड़क किनारे लगाए गए बैरिकेड्स के कारण वाहन चालकों को दिल्ली जाने के लिए कम लेन मिलीं.चिल्ला से तीन लेन व कालिंदी और डीएनडी से छह लेन में जाने वाला ट्रैफिक बॉर्डर पर बाटलनेक बनने से दो लेन में बदल गया। खासतौर से सुबह व्यस्त समय में दिल्ली पुलिस की बॉर्डर पर पहरेदारी के कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा।वहीं, नोएडा सीमा में भी चिल्ला बॉर्डर 15 से अधिक जवाब तैनात रहे, जो बारी-बारी से चेकिंग करते रहे। नोएडा में ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए एक टीएसआई के साथ चार कांस्टेबल भी मौजूद रहें।आपको बता दें कि मौजूदा समय में नोएडा से दिल्ली की मुख्य सीमा पर रोजाना 10 लाख से ज्यादा वाहनों की आवाजाही होती है. सबसे ज्यादा दबाव चिल्ला बॉर्डर और कालिंदी कुंज पर रहता है.
58 दिन तक बंद रहा था चिल्ला बॉर्डर
दिसंबर 2021 से जनवरी 2022 के दौरान भारतीय किसान यूनियन (भानु) गुट ने चिल्ला बॉर्डर पर करीब 58 दिन तक कृषि कानूनों के विरोध में धरना दिया था। डीएनडी फ्लाईवे से चिल्ला बॉर्डर होते हुए दिल्ली की ओर जाने वाली सड़क बंद रही थी। इसका खामियाजा वाहन चालकों को भुगतना पड़ा था।सड़क बंद रहने के कारण चालकों को कालिंदी कुंज और डीएनडी होकर दिल्ली जाना पड़ा था। वहीं गाजीपुर बॉर्डर गाजियाबाद के बंद होने के कारण गाजियाबाद से होने वाले चालक भी नोएडा से होकर गुजरते थे। चूंकि उस दौरान कोरोना संक्रमण के कारण कई औद्योगिक इकाईयां बंद थी। कई कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था की थी।इस कारण सड़क पर ट्रैफिक का दबाव कम था, लेकिन अब ज्यादातर औद्योगिक ईकाइयों में लोग काम के लिए प्रतिदिन दिल्ली से नोएडा के बीच आवागमन करते हैं। बड़ी संख्या में सरकारी कर्मी, स्कूली छात्र भी आवागमन करते हैं। अगर इस बार चिल्ला और गाजीपुर बॉर्डर बंद हुआ तो इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ेगा.