- जल संरक्षण के परम्परागत तरीकों को पुनर्जीवित करने के लिए करने होंगे सामूहिक प्रयास: डीसी
गुरुग्राम, 23 मार्च
डीसी निशांत कुमार यादव ने विश्व जल दिवस के अवसर पर बुधवार की शाम को सोहना खंड के गांव घामड़ोज में तालाब का उद्घाटन किया। करीब पौना एकड़ के क्षेत्रफल के इस तालाब का निर्माण एमथ्रीएम फाउंडेशन व सर सैयद ट्रस्ट द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है।
डीसी ने इस अवसर उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अमृत सरोवर योजना के तहत गांवो में नए तालाबों का निर्माण करवाने के साथ साथ पुराने तालाबों का जीर्णोद्धार भी करवाया जा रहा है। लोगों की सहभागिता इस योजना की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। डीसी ने प्राकृतिक जल संरचनाओं के संरक्षण के लिए शुरू हुई इस परियोजना में आमजन से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि समाज के विकास में जल का बड़ा महत्व है, ऐसे में जल की समस्या का समाधान करने के लिए सभी व्यक्तियों को मिलजुल कर प्रयास करने होंगे एवं जल संरक्षण के परम्परागत तरीकों को पुनर्जीवित करना होगा।
डीसी ने अपने संबोधन में मत्स्य पुराण के एक प्रमुख कथन का जिक्र करते हुए कहा कि ‘दस कुओं के बराबर एक बावड़ी होती है और दस बावड़ियों के बराबर एक तालाब होता है। दस तालाबों के बराबर के एक पुत्र होता है और 10 पुत्रों के बराबर एक पेड़ होता है। इसलिए तालाब और पेड़ निश्चित रूप से हमारी संस्कृति के बहुत करीब रहे हैं। उन्होंने कहा कि आधुनिकता के साथ हुए व्यापक बदलावों ने भूजल स्तर को खराब करने के साथ साथ प्रदूषित भी किया है। गिरते भूजल स्तर के कारण हमारी फसलों की उत्पादन क्षमता में भी कमी आई है। जिसके चलते हमारे किसानों को केमिकल्स व फर्टीलाइजर का सहारा लेना पड़ रहा है। ऐसे में गांव में बनाया गया यह तालाब गांव घामड़ोज के भूजल स्तर को बढ़ाने में निश्चित ही एक बड़ा बदलाव लेकर आएगा।
डीसी ने इस अवसर पर एमथ्रीएम फाउंडेशन व सर सैयद ट्रस्ट द्वारा गांव अलीपुर में बनाए जा रहे अमृत सरोवर के निर्माण कार्यों की जानकारी लेने के साथ साथ वहां पौधारोपण भी किया।
इस अवसर पर सोहना के एसडीएम प्रदीप सिंह, गांव घामड़ोज की सरपंच साधना देवी, गांव अलीपुर की सरपंच पूनम देवी, एमथ्रीएम फाउंडेशन से डॉ महाजन, हरलीन कौर चड्ढा सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।