वरुण गांधी के बाद पीलीभीत में भाजपा के सामने नई चुनौती, इस दिग्गज नेता ने दिखाए बगावती सुर; कर सकते हैं नामांकन
नई दिल्ली 27 मार्च 2024। पीलीभीत लोकसभा सीट से वरुण गांधी का टिकट कटने के बाद समर्थकों में सन्नाटा है, तो वहीं स्थानीय नेताओं के चेहरे पर भी उदासी छाई हुई है। जिसका कारण भारतीय जनता पार्टी द्वारा बाहरी चेहरे को टिकट देना बताया जा रहा है।
भाजपा ने 24 मार्च को देररात जारी सूची में सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर उनके स्थान पर लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार घोषित किया है। आज 27 मार्च को नामांकन का अंतिम दिन है। ऐसे इस हाई प्रोफाइल लोकसभा सीट पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
हालांकि कुछ दिन पहले ही सांसद के निजी सचिव कमलकांत ने यहां पहुंचकर नामांकन पत्र के चार सेट खरीदे थे। जिसके बाद यह माना जा रहा है कि सांसद वरुण गांधी पीलीभीत लोकसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। लेकिन वरुण के समर्थकों को कोई संदेश जारी नहीं किया गया है। ऐसे वरुण गांधी का अगला कदम क्या होगा इस पर सभी टकटकी लगाए हुए हैं।
पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा ने खरीदा नामांकन पत्र
वहीं स्थानीय निकाय चुनावों से कुछ दिन पहले ही पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा समाजवादी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। जिसके बाद वह भाजपा के कार्यक्रमों में भागीदारी करने लगे थे।
हेमराज वर्मा भी लोकसभा सीट से भाजपा टिकट की दावेदारी कर रहे थे। लेकिन भाजपा ने लोक निर्माण विभाग मंत्री जितिन प्रसाद को उम्मीदवार घोषित किया है। जिससे पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा और उनके समर्थक आहत हैं। इतना ही नहीं पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा पूरी तरह बगावत के मूड में दिखाई दे रहे हैं।
पूर्व राज्यमंत्री ने भी खरीदा नामांकन पत्र
बुधवार को पूर्व राज्यमंत्री के लिए उनके भाई पूर्व ब्लाक प्रमुख अरुण वर्मा ने नामांकन पत्र खरीदा है। जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में हेमराज वर्मा को लेकर अटकलें लगने लगी हैं।
पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा ने बताया कि भाजपा ने सांसद वरुण गांधी का टिकट काटकर स्थनीय नेता को नहीं दिया है। जिससे उनके समर्थकों में रोष है। इसके चलते ही उन्होंने नामांकन पत्र खरीदवाया है।
पूर्व राज्यमंत्री ने बताया कि बुधवार को पूर्वान्ह दस बजे अपने आवास पर समर्थकों की बैठक बुलाई है। जिसमें वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर विचार विर्मश कर निर्णय लिया जाएगा। अगर समर्थकों ने चुनाव लड़ाने के लिए जोर दिया तो नामांकन कराया जाएगा।