Congress Manifesto: ‘पाकिस्तान के लिए घोषणापत्र…’ कांग्रेस के मेनिफेस्टो पर CM हिमंत हुए आग-बबूला; विपक्ष को लेकर कह दी ये बात
जोरहाट 7 अप्रैल 2024। कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र पर जमकर राजनीति हो रही है। पार्टी ने युवाओं, महिलाओं और वंचित वर्ग को न्याय दिलाने का वादा करते हुए 48 पन्नों का घोषणापत्र जारी किया।
कांग्रेस के घोषणापत्र पर बीजेपी नेताओं की ओर से लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. इस बीच, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि यह चुनाव घोषणापत्र भारत के लिए नहीं बल्कि पाकिस्तान के चुनावों के लिए अधिक फायदेमंद होगा।
देश तीन तलाक, बहुविवाह का समर्थन नहीं करता: सीएम हिमंत
असम के जोरहाट निर्वाचन क्षेत्र में एक चुनावी रैली से इतर पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, यह तुष्टिकरण की राजनीति है, हम इसकी कड़ी आलोचना करते हैं। ऐसा लगता है कि घोषणापत्र भारत के लिए नहीं बल्कि पाकिस्तान के चुनाव के लिए है|
सीएम हिमंत ने कहा कि कांग्रेस का लक्ष्य सत्ता में आने के बाद समाज को विभाजित करना है। सरमा ने कहा कि देश में कोई भी व्यक्ति, चाहे वह हिंदू हो या मुस्लिम, तीन तलाक का पुनरुद्धार नहीं चाहता या बाल विवाह या बहुविवाह का समर्थन नहीं करता।
कांग्रेस नेता ने किया पलटवार
वहीं, सीएम के बयान का असम कांग्रेस के प्रवक्ता बेदब्रत बोरा ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सरमा जैसा दलबदलू नेता सबसे पुरानी पार्टी के धर्मनिरपेक्ष और समावेशी लोकाचार को नहीं समझ पाएंगे।
कांग्रेस ने देश की जनता से क्या किया वादा?
कांग्रेस ने अपने न्यायपत्र (Congress Manifesto 2024) में सबसे बड़ा वादा आरक्षण सीमा को खत्म कर रिजर्वेशन कोटा को बढ़ाने का वादा किया है। वहीं, पार्टी ने महिलाओं के लिए दो बड़े वादे किए हैं। एक तो सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 50 फीसद तक आरक्षण। वहीं पार्टी ने कहा कि सत्ता में आने के बाद वो गरीब लड़कियों को सालाना 1 लाख रुपये की मदद देगी।
रोजगार को लेकर पार्टी ने कहा कि स्नातक के बाद युवाओं को पहली नौकरी सरकार दिलाएगी। वहीं, युवाओं को 30 लाख सरकार नौकरी देने का वादा किया गया है।