- ठेठ अंदाज में बातचीत कर सुनी ग्रामीणों की जनसमस्याएं
- महिला सरपंचों में भी जन संवाद कार्यक्रम से आई जागरूकता
- महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज को साकार कर रही है सरकार
- पंच-परमेश्वर की अवधारणा को सही मायने में चरितार्थ कर सकते हैं पंच व सरपंच
चंडीगढ़, 4 अप्रैल |
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की जन संवाद कार्यक्रम के माध्यम से चलाए गए सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का रूख अब जिस प्रकार से गांव की ओर चल पड़ा है उससे न केवल महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज का स्वप्न साकार हो रहा है बल्कि यह पंच-परमेश्वर की अवधारणा भी सही मायने में चरितार्थ कर रहा है.
भिवानी जिले के 12 बड़े गांवों नामत: खरक कलां, कलिंगा, चांग, तिगड़ाना, धनाना, बलियाली, बापौड़ा, दिनोद, तोशाम, दुल्हेड़ी, संडवा तथा कैरू में मुख्यमंत्री ने जन संवाद कार्यक्रम के दौरान मुढ्ढे व खाट पर बैठकर गांव वालों से सीधी समस्याएं सुन रहे थे तो ग्रामीणों कह रहे थे कि न कोई अफसर न कोई बाबू सीधी मुख्यमंत्री से बातचीत यह एक बड़ी सोच है. जन संवाद कार्यक्रम के दौरान जहां एक ओर लोग मुख्यमंत्री की सहज, सरल व सहिष्णुता के कायल हुए बगैर नहीं रह सके तो वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री की सीधे लोगों से बातचीत ने विपक्ष की बेचैनी को भी बढ़ा दिया है. क्योंकि भिवानी जिले में प्रदेश को तीन-तीन मुख्यमंत्री दिए हैं. हरियाणा के गठन के बाद प्रदेश की राजनीति की धूरी रहा भिवानी जिले का चयन मुख्यमंत्री ने जन संवाद कार्यक्रम के लिए उस समय किया जब भारतीय जनता पार्टी अपनी 6 अप्रैल को अपना स्थापना दिवस मना रहा है. प्रदेश में इस दिन पांच लाख लोग अपने घरों पर पार्टी का झंडा लहराएंगे.
भिवानी जिले के इन गांवों में कुछ गांव तो ऐसे भी हैं जिनमें तीन-तीन या चार-चार सरपंच हैं. जन संवाद कार्यक्रम के दौरान महिला सरपंचों को भी इस बात का पता चला कि लोकतंत्र में एक चुने हुए जनप्रतिनिधि की कितनी अहमियत होती है क्योंकि मुख्यमंत्री ने स्वयं उनके साथ बैठकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनते हुए उनसे गांवों के विकास योजनाओं के बारे में जानकारी भी ली.
जन संवाद कार्यक्रम ने स्वच्छ भारत मिशन को भी आगे बढ़ाया
मुख्यमंत्री ने जन संवाद कार्यक्रम के दौरान घोषणा की कि स्वच्छता अभियान के तहत 135 महाग्रामों में टै्रक्टर व ट्रॉली के माध्यम से सफाई करवाई जाएगी, जिससे जहां एक ओर लगभग 800 युवाओं को रोजगार मिलेगा तो दूसरी ओर स्वच्छ भारत-स्वच्छ हरियाणा अभियान को भी और अधिक गति मिलेगी.
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री की पहल पर 10 हजार से अधिक आबादी वाले गांवों में सीवरेज बिछाने व ठोस कचरा प्रबन्धन की योजनाओं की शुरूआत की गई है जोकि गांवों के विकास में मील का पत्थर साबित होगी. इस कड़ी में भिवानी जिले के गांव दुल्हेड़ी स्वच्छता अभियान के लिए देश भर में एक रोल मॉडल बनकर उभरा है, जहां मुख्यमंत्री ने जन संवाद कार्यक्रम के दौरान 135 महाग्रामों में स्वच्छता अभियान चलाने की घोषणा की है.
प्रदेश के शहरों की तर्ज पर अब गांवों में भी सैक्टर विकसित किये जाएंगे
मुख्यमंत्री ने जन संवाद कार्यक्रम के ग्रामीणों को एक नई सौगात देते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि अब शहरों की तर्ज पर अब गांवों में भी सैक्टर विकसित किये जाएंगे. इसके लिए अगर ग्राम पंचायत प्रस्ताव पारित कर पंचायती जमीन पर सैक्टर के लिए सहमति देती है तो सरकार उस पर तत्परता से कार्यवाही करेगी और जहां पर पंचायत की जमीन उपलब्ध नहीं है तो वहां पर ई-भूमि पोर्टल के माध्यम से जमीन खरीदी जाएगी.
जन संवाद कार्यक्रम की शुरूआत मुख्यमंत्री ने पिछले वर्ष रोहतक जिले से आरंभ की थी. उसके बाद उन्होंने सिरसा, सोनीपत, करनाल, कुरूक्षेत्र व फतेहाबाद जिलों में यह कार्यक्रम किया था, जहां पर बड़ी संख्या में लोगों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्याएं रखी. हालांकि अधिकांश समस्याओं के निदान के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दे दिए थे. यहां तक की कई मामलों में तो मुख्यमंत्री ने अपने कर्तव्य निर्वहन में कोताही बरतने वाले कर्मचारियों को निलम्बित भी किया. इन कार्यक्रमों में इन जिलों के लोग भी समस्याएं लेकर आए थे और किन्हीं कारणों से गांव के वो लोग जो जिला मुख्यालय जन संवाद कार्यक्रमों में नहीं पहुंच पाए थे उनसे मुख्यमंत्री ने सीधी बातचीत करने की पहल की है.