IGI Airport Accident : इंदिरा गाँधी एयरपोर्ट टर्मिनल 1 पर अभी तक फ्लाइट की शुरू नई हुई आवाजाही, उसी बिच पुलिस ने IPC की धारा 304ए/337 के तहत केस दर्ज किया
IGI Airport Accident : कल शुक्रवार यानि 28 जून को तेज़ बारिश के कारण कही बड़े हादसे हुए। कही लोगो की जान गए बहुत से लोग दिन भर जाम मे फसे रहे, नेताओ के घरों मे बारिश का पानी आ गया और सबसे बड़ा हादसा इंदिरा गाँधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 की छत नीचे कड़ी गाड़िया और टैक्सियों के उप्पेर जा गिरी। जिसमे बहुत लोग घ्याल हुए और लोगो की मौत भी हुई।
इसी को लेकर राजनीती मे भी हंगामा मच गया है। कांग्रेस ने इस बात को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा हैं। कांग्रेस का कहना है की 10 मार्च 2024 मे मोदी जी के नेतृत्व मे टर्मिनल 1 का इनोग्रेशन हुआ था और आज 28 जून 2024 को टर्मिनल 1 की छत गिर चुकी है।
इसके बाद दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा प्रबंधन ने शुक्रवार को हवाईअड्डे के टर्मिनल 1 पर छत गिरने की घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की। दिल्ली हवाई अड्डे का संचालन करने वाली कंपनी DIAL के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘दिल्ली में रात भर भारी बारिश और हवाओं के कारण, टर्मिनल 1 (टी1) के पुराने प्रस्थान प्रांगण में एक छतरी आज सुबह लगभग 5 बजे आंशिक रूप से ढह गई. हालांकि ढहने के कारण का आकलन किया जा रहा है, लेकिन प्राथमिक कारण पिछले कुछ घंटों से जारी भारी बारिश प्रतीत होता है.
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डायल ने कहा कि शुरुआती जांच में घटना का कारण संभवत: भारी बारिश है. दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. (डायल) ने कहा कि शहर में रातभर भारी बारिश और हवाओं के कारण टर्मिनल-1 (टी1) के पुराने प्रस्थान प्रांगण की छत एक हिस्सा ढह गया।
IGI एयरपोर्ट पर लगी IPC की धारा
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने केस भी दर्ज कर लिया है, पुलिस के अनुसार ‘दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर कैनोपी गिरने की घटना में IPC की धारा 304A और 337 के तहत मामला दर्ज किया गया है.’ कंपनी ने अपने बयान में कहा, ‘हालांकि इसके कारण का पता लगाया जा रहा है,. लेकिन प्राथमिक कारण पिछले कुछ घंटों से जारी भारी बारिश लग रही है.’ डायल ने घटना के कारणों की जांच के लिए एक तकनीकी समिति गठित की है जो जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट देगी. घटना के बाद टी-1 पर उड़ान परिचालन ठप हो गया है. डायल ने कहा कि वह स्थिति का आकलन करने और परिचालन बहाल करने के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए), नागर विमानन ब्यूरो (बीसीएएस), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), दिल्ली पुलिस और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) सहित सभी संबंधित एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है।