- विकसित हो रही प्रौद्योगिकी एवं इंटरनेट ने ऑनलाइन खरीदारी और बैंकिंग जैसी रोजमर्रा की गतिविधियों को करने का तरीका बदल दिया है : प्रो. वीके अग्रवाल: प्रो. चांसलर, जगन्नाथ यूनिवर्सिटी
- कार्यक्रम में छात्रों को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 और 2019,भारत में ऑनलाइन बाज़ार, भ्रामक विज्ञापनों तथा उपभोक्ता अधिकारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई
- उपभोक्ता बाज़ार का राजा होता है : प्रो. दिनेश कुमार, कुलपति
गुरुग्राम, 07 अप्रैल।
गुरुग्राम विवि के विधि विभाग की ओर से शुक्रवार 7 अप्रैल को विश्वविद्यालय परिसर सेक्टर 51 गुरुग्राम में ‘डिजिटल युग में उपभोक्ता संरक्षण-समस्याएं और संभावनाएं’ ‘ विषय पर लीगल टॉक शो कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गुरुग्राम विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार और विषय विशेषज्ञ के रूप में जगन्नाथ यूनिवर्सिटी के प्रो. चांसलर प्रो. वीके अग्रवाल ने भाग लिया। कार्यक्रम में छात्रों को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 और 2019,भारत में ऑनलाइन बाज़ार, भ्रामक विज्ञापनों तथा उपभोक्ता अधिकारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
इस अवसर पर विषय विशेषज्ञ प्रो.चांसलर वीके अग्रवाल ने कहा कि विकसित हो रही प्रौद्योगिकी एवं इंटरनेट ने ऑनलाइन खरीदारी और बैंकिंग जैसी रोजमर्रा की गतिविधियों को करने का तरीका बदल दिया है। किसी उत्पाद, कैनवास और अंत में खरीदारी के बारे में अधिक जानने के लिए लोग पहले सामान्य दुकान में जा रहा थे, लेकिन अब स्मार्ट डिवाइस का उपयोग करके चंद मिनट में एक क्लिक करके सब कुछ कर लेता है। इस बीच स्मार्टफोन या कम्प्यूटर का बढ़ता उपयोग और सोशल मीडिया में लॉग इन करना या ऑनलाइन बिलों का भुगतान करना, ई-कॉमर्स वेबसाइट से गैजेट्स खरीदना या एटीएम से पैसे निकालना जहां सुविधा जनक हुआ है ,वहीं जाेखिम भरा भी है। इस तरह की गतिविधियों में संवेदनशील जानकारी जैसे कि उपयोगकर्ता का नाम, पासवर्ड, आधार कार्ड की जानकारी और क्रेडिट कार्ड के विवरण के लिए फिशिंग का प्रयास भी बढ़ा है। ऐसे में सुरक्षा के प्रति सजगता की जरूरत है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जीयू के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि उपभोक्ता बाज़ार का राजा होता है इसलिए उसकी प्राथमिकताएं,मांग और पसंद का विशेष रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए है।