
दिल्ली में यूपीएससी (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) की तैयारी कर रहे छात्रों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। हाल ही में, 27 जुलाई को एक कोचिंग सेंटर की बेसमेंट लाइब्रेरी में पानी भरने से तीन छात्रों की मौत के बाद, छात्रों ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। यह घटना न केवल सुरक्षा की चिंता को बढ़ाती है, बल्कि ठिकाने की कमी की समस्या को भी उजागर करती है।
दिल्ली में छात्रों की समस्याएं
दिल्ली के राजीव चौक मेट्रो स्टेशन से निकलते ही, छात्रों की समस्याएं स्पष्ट रूप से नजर आने लगती हैं। करोल बाग में कोचिंग सेंटरों के बड़े-बड़े विज्ञापन दिखाई देते हैं। लेकिन यहां एक बड़ी चुनौती है – महफूज ठिकाने की तलाश। कई छात्र ऐसे हैं जो प्रेशर में हैं और महंगे किराए के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
ठिकाने की कमी और महंगा किराया
यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए किराए के कमरों और हॉस्टलों की तलाश एक बड़ी चुनौती बन गई है। कई छात्रों ने बताया कि एक कमरे के लिए उन्हें लगभग 40,000 रुपये की आवश्यकता होती है, जिसमें पहले महीने का किराया, एक महीने का एडवांस और दलाली शामिल है। यदि आपके पास इतनी राशि नहीं है, तो आप कमरा नहीं पा सकते।
दलालों का खेल
छात्रों ने बताया कि ठिकाना पाने के लिए अक्सर उन्हें दलालों का सहारा लेना पड़ता है। जैसे कि मुंबई की अर्चना जादौन ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी के लिए 21,000 रुपये का डिपॉजिट और 12,000 रुपये की दलाली दी, तब जाकर उन्हें एक कमरा मिला। यूपी के बरेली से आए रामपाल राठी ने भी दलाल के माध्यम से ही कमरा पाया और 12,000 रुपये की दलाली चुकाई।
सुरक्षा की चिंता
छात्रों की सुरक्षा भी एक प्रमुख मुद्दा है। कई छात्रों ने कहा कि पहले जहां वे रह रहे थे, वहां सुरक्षा की व्यवस्था ठीक नहीं थी। ऐसे में, सुरक्षित और सुविधाजनक ठिकाना ढूंढना एक बड़ी चिंता बन गया है।
प्रदर्शन की स्थिति
करोल बाग में छात्र-छात्राएं सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके साथ उनके परिवार के सदस्य भी हैं, जो अपने बच्चों की चिंता को लेकर यहां आए हैं। प्रदर्शन के दौरान, छात्रों ने अपनी मांगों को सरकार के सामने रखा है।
निष्कर्ष
यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों की समस्याओं का समाधान निकालना बेहद जरूरी है। उचित ठिकाने की उपलब्धता, किफायती किराया और सुरक्षा की चिंता को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। अब यह देखना है कि क्या सरकार और संबंधित अधिकारी इन मुद्दों का समाधान कर पाएंगे, ताकि छात्र बिना किसी चिंता के अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
समाप्त
यह लेख यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों की समस्याओं पर प्रकाश डालता है और एक SEO-अनुकूल तरीके से तैयार किया गया है।