
नई दिल्ली 08 अगस्त 2024, भारतीय खेल प्रेमियों की नजरें अब पुरुष हॉकी टीम और टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता भालाफेंक एथलीट नीरज चोपड़ा पर टिकी हैं। पहलवान विनेश फोगाट के हाथ से पदक फिसलने के बाद, भारतीय टीम की उम्मीदें इन दोनों खिलाड़ियों पर पूरी तरह से निर्भर हो गई हैं।
हॉकी टीम की चुनौती
भारतीय पुरुष हॉकी टीम कांस्य पदक के लिए स्पेन के खिलाफ मैदान पर उतरेगी। भारतीय टीम ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में भी कांस्य पदक जीता था और अब वह लगातार दूसरी बार यह उपलब्धि हासिल करने के लिए तैयार है।
भारत और स्पेन के बीच ओलंपिक खेलों में अब तक कुल 10 मुकाबले हो चुके हैं, जिसमें भारत ने 7 मैच जीते हैं, 1 हारा है और 2 ड्रॉ रहे हैं। स्पेन ने सेमीफाइनल में नीदरलैंड्स के खिलाफ 0-4 से हार झेली थी, जिससे भारतीय टीम को उनके खिलाफ मुकाबले में बढ़त मिल सकती है।
गोलकीपर श्रीजेश की विदाई
इस मैच में भारतीय टीम के दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश का यह आखिरी मुकाबला है। उन्होंने पहले ही संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। टीम चाहती है कि श्रीजेश को जीत के साथ विदाई दी जाए।
नीरज चोपड़ा का ऐतिहासिक मौका
टोक्यो ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने मंगलवार को क्वालीफाइंग राउंड में 89.34 मीटर का थ्रो किया और पहले स्थान पर रहे। यदि वह लगातार दूसरी बार स्वर्ण पदक जीतने में सफल रहते हैं, तो वह ओलंपिक इतिहास में दो व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन जाएंगे।
नीरज का यह प्रदर्शन न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। उनके पास स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने का शानदार अवसर है।
निष्कर्ष
भारतीय खेलों का भविष्य अब हॉकी और नीरज चोपड़ा पर निर्भर है। जहां हॉकी टीम कांस्य पदक की ओर अग्रसर है, वहीं नीरज चोपड़ा इतिहास रचने की दहलीज पर खड़े हैं। भारतीय खेल प्रेमियों को उम्मीद है कि ये खिलाड़ी अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से देश का नाम रोशन करेंगे।