- भ्रष्टाचार में लिप्त तहसीलदार से रात भर पूछताछ होती रही
- मानेसर ,गुरुग्राम का प्रभाव था भ्रष्ट तहसीलदार पर
गुरुग्राम।
गुरुग्राम विजिलेंस विभाग भ्रष्टाचार में शामिल तहसीलदार एवं अन्य एक व्यक्ति से रात भर पूछताछ करती रही लेकिन विजिलेंस रात भर पूछताछ के बाद भी तहसीलदार से कोई बड़ा मामला नहीं गुगलवा पाई और विजिलेंस के अनुरोध पर न्यायालय ने गुरुग्राम मानेसर, का प्रभार संभाल रहे तहसीलदार दर्पण कंबोज को 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लेने में सफल रही.
भ्रष्टाचारी तहसीलदार की शिकायत करने वाले रमेश यादव ने न्यू इंडिया न्यूज़ नेटवर्क से खास बातचीत में बताया औद्योगिक जमीन को कृषि योग्य भूमि दिखाकर वसीका तैयार करने के मामले में शिकायत की थी और शिकायत को सरकार ने गंभीरता से लेते हुए भ्रष्ट तहसीलदार को गिरफ्तार किया यादव के अनुसार तहसीलदार के पद पर रहते हुए कंबोज ने अपने अधिकारों का गलत प्रयोग करके करीब 2 ,28 करोड़ से अधिक का सरकारी खजाने का नुकसान किया. उन्होंने बताया वैसे तो गुरुग्राम में जो राजस्व विभाग में तहसीलदार नायब तहसीलदार तैनात हो रहे हैं उनकी भी शिकायत की जा चुकी है क्योंकि अवैध कालोनियों की अवैध तरीके से रजिस्ट्री करना सरकार के खजाने को नुकसान पहुंचाना जैसी कई राजस्व विभाग में बड़े घोटाले की है उनकी भी विजिलेंस विभाग को शिकायत की हुई है.
विजिलेंस विभाग के अधिकारियों के अनुसार दौलताबाद निवासी हरीश को भी तहसीलदार के साथ गिरफ्तार किया गया है और दोनों को ही 2 दिन के रिमांड पर लिया गया है गुरुग्राम प्रभारी पुलिस अधीक्षक चंद्रमोहन के पास गत जनवरी में शिकायत दी गई थी जिसकी जांच विजिलेंस विभाग लगातार कर रहा था और विजिलेंस की जांच में तहसीलदार दर्पण कंबोज में डोलताबाद गांव में औद्योगिक क्षेत्र की जमीन को कृषि जमीन दिखाकर वसीका तैयार की थी जिसमें विजिलेंस ने तहसीलदार को दोषी ठहराते हुए गिरफ्तार किया और अदालत से 2 दिन के रिमांड पर पूछताछ के लिए लिया हुआ है.
2 दर्जन से अधिक हरियाणा प्रदेश में नायब तहसीलदार सहित तहसीलदारों के खिलाफ मुकदमे हुए थे दर्ज
हरियाणा के राजस्व विभाग ने प्रदेश की जनता को दिखाने के लिए एक बार भ्रष्टाचार को लेकर 2 दर्जन से अधिक राजस्व विभाग के नायब तहसीलदार तहसीलदार के अलावा अन्य कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आए थे जिससे प्रदेश की जनता में संदेश जा सके कि प्रदेश में सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है लेकिन कुछ दिन बाद पूरा मामला ठंडे बस्ते में पड़ गया और जिन राजस्व विभाग के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए गए कुछ अधिकारियों के खिलाफ किए गए मुकदमे रद्दी की टोकरी में डाल दिए गए अच्छों ने सरकार को प्रशासनिक अधिकारियों से मिलकर अपने खिलाफ हुए मुकदमों को शादी करा दिया या रद्दी की टोकरी में डलवा दिया. लेकिन राजस्व विभाग ने अपने विभाग के तहसीलदार नायब तहसीलदार पर मेहरबानी करते एक तहसील नहीं दो से तीन तहसील का कार्यभार सौंप दिया जिससे और भ्रष्टाचार बढ़ सके दर्पण कंबोज के पास भी मानेसर गुरुग्राम तहसील का कार्यभार था जो अपने आप में हरियाणा प्रदेश की दोनों तहसील बड़ी बताई जाती है.