चंडीगढ़: 20 aug- हरियाणा सरकार ने पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करते हुए एक बड़ी पुरस्कार राशि देने की घोषणा की है। इस पहल के तहत, ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को करोड़ों रुपये की धनराशि दी गई है, जबकि बिना पदक जीते भी कई खिलाड़ियों को प्रोत्साहन राशि दी गई है।
मनु भाकर को सबसे बड़ा पुरस्कार
पेरिस ओलंपिक में शूटिंग के खेल में दो कांस्य पदक जीतने वाली मनु भाकर को हरियाणा सरकार ने सबसे बड़ा इनाम दिया है। उनके खाते में पूरे पांच करोड़ रुपये की धनराशि ट्रांसफर की गई है। मनु का यह प्रदर्शन न केवल राज्य के लिए गर्व की बात है, बल्कि उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि भी है।
नीरज चोपड़ा को चार करोड़
भारत के सबसे प्रसिद्ध एथलीटों में से एक, नीरज चोपड़ा, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए एकमात्र सिल्वर मेडल जीता, को हरियाणा सरकार ने चार करोड़ रुपये की सम्मान राशि से नवाजा है। नीरज ने इससे पहले टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा था, और इस बार भी उनके प्रदर्शन ने देश को गौरवान्वित किया।
विनेश फोगाट को भी सम्मानित किया गया
कुश्ती में एक अन्य प्रमुख नाम, विनेश फोगाट, जो पेरिस ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल मुकाबले के दौरान 100 ग्राम ज्यादा वजन होने के कारण डिसक्वालीफाई हो गई थीं, को भी चार करोड़ रुपये की राशि दी गई है। यह पुरस्कार उन्हें सिल्वर मेडल जीतने वालों की तरह ही सम्मानित करता है और उनकी कड़ी मेहनत और संघर्ष को पहचानता है।
अन्य पदक विजेताओं को भी मिला इनाम
इसके अलावा, शूटिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले सरबजोत सिंह, और कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ियों अभिषेक नैन, सुमित कुमार और संजय सिंह को भी 2.50 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि दी गई है।
मेडल से चूके 17 खिलाड़ियों को 15-15 लाख
हरियाणा सरकार ने उन 17 खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया है, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक में भाग लिया था, लेकिन पदक जीतने में सफल नहीं हो सके। इन खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के रूप में 15-15 लाख रुपये की राशि दी गई है, ताकि वे अपने खेल में और बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
कुल 25 खिलाड़ियों को सम्मान
हरियाणा सरकार ने ओलंपिक में भाग लेने वाले राज्य के कुल 25 खिलाड़ियों को इस सम्मान राशि से नवाजा है। इस पहल के जरिए राज्य सरकार ने यह संदेश दिया है कि पदक जीतने वाले ही नहीं, बल्कि ओलंपिक में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ी सम्मान के पात्र हैं और उन्हें हर संभव प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए।
निष्कर्ष
हरियाणा सरकार की इस उदार पहल ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने और उन्हें बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करने का काम किया है। राज्य सरकार का यह कदम न केवल खिलाड़ियों की कड़ी मेहनत को सराहता है, बल्कि आने वाले समय में और भी अधिक खिलाड़ी ओलंपिक में भाग लेने के लिए प्रेरित होंगे।