बिलासपुर चौक पर महापंचायत का ऐलान: नेशनल हाईवे पर जाम और दुर्घटनाओं से परेशान ग्रामीणों ने उठाई आवाज
गुरुग्राम – गुरुग्राम के बिलासपुर चौक पर जाम और लगातार हो रही दुर्घटनाओं से परेशान ग्रामीणों ने महापंचायत का ऐलान किया, जिसके बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। दिल्ली से लेकर जयपुर तक का सफर तय करने वाले यात्रियों के लिए यह चौक जाम और दुर्घटनाओं का एक नया केंद्र बन चुका है। इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारी और जिला प्रशासन के अधिकारी 23 अगस्त को दोपहर 3:00 बजे बिलासपुर चौक पर पहुंचने वाले हैं।
बिलासपुर चौक: जाम और दुर्घटनाओं का हॉटस्पॉट
बिलासपुर चौक पर पिछले कुछ समय से लगातार जाम की समस्या बनी हुई है, जिसके कारण दिल्ली से जयपुर जाने वाले यात्रियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। रोजाना लाखों लोग इस मार्ग से गुजरते हैं, लेकिन नेशनल हाईवे अथॉरिटी की लापरवाही के चलते यहां जाम और दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ती जा रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह चौक अब “जाम चौक” के नाम से जाना जाने लगा है।
यहां तक कि जयपुर, रेवाड़ी, नीमराना, और राजस्थान से आने वाले यात्री भी इस जाम की चपेट में आ जाते हैं। विदेश जाने वाले यात्रियों के लिए यह जाम एक बड़ी समस्या बन गया है, क्योंकि कई बार उनकी फ्लाइटें छूट जाती हैं।
ग्रामीणों का रोष और महापंचायत की तैयारी
ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों की लापरवाही के खिलाफ आवाज उठाने के लिए महापंचायत बुलाने का फैसला किया है। उनका कहना है कि इस चौक पर आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं और जाम की स्थिति के कारण वे बेहद परेशान हैं। इतना ही नहीं, कई जगहों पर फ्लाईओवर की हालत भी बेहद खराब है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा और बढ़ जाता है।
ग्रामीणों का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की अच्छी छवि को भी इन समस्याओं के कारण नुकसान पहुंच रहा है। ग्रामीणों ने पिछले दो दिनों से महापंचायत की तैयारी में जुटे हैं और वे इस बात का पूरा प्रयास कर रहे हैं कि अधिक से अधिक संख्या में लोग इस पंचायत में शामिल हों, ताकि उनकी आवाज सरकार तक पहुंचे।
अधिकारियों की हरकत और संभावित समाधान
महापंचायत के ऐलान के बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है। 23 अगस्त को नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारी मौके पर पहुंचेंगे और ग्रामीणों के साथ आमने-सामने बात करेंगे। हालांकि, ग्रामीण अब भी अपने रुख पर कायम हैं और मांग कर रहे हैं कि उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाए।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो वे आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे। फिलहाल, सभी की नजरें 23 अगस्त की बैठक पर टिकी हुई हैं, जिसमें यह देखा जाएगा कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारी इस मुद्दे का क्या समाधान निकालते हैं।
निष्कर्ष
बिलासपुर चौक पर जारी जाम और दुर्घटनाओं की समस्या ने अब एक बड़ा रूप ले लिया है, जिसे लेकर ग्रामीणों ने महापंचायत बुलाने का फैसला किया है। इस महापंचायत के बाद यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी और जिला प्रशासन किस तरह से इन समस्याओं का समाधान करता है और क्या कदम उठाता है।