- भारत में समुंद्री व्यापार केवल कलिंग व उत्कल प्रदेश से होता था
- एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान के तहत किया गया ओडिशा उत्कल दिवस आयोजित
गुरुग्राम।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भारत-श्रेष्ठ भारत अभियान की श्रृंखला में यहां भाजपा कार्यालय गुरुकमल में ओडिशा उत्कल दिवस भव्यता से मनाया गया। इस कार्यक्रम में ओडिशा के एक छोटे से गांव से निकलकर भारतीय राजनीति में बड़ा चेहरा बन चुके भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने की।
सेंकड़ों ओडिशा वासियों से खचाखच भरे गुरुकमल के मीटिंग हॉल में संबित पात्रा ने हिंदी और ओडि़शी भाषा में अपना वक्तव्य दिया। आम तौर पर राजनीति पर अपना वक्तव्य देने वाले संबित पात्रा ने यहां अपने धार्मिक, आध्यात्मिक ज्ञान से भी परिचित कराया। उन्होंने ओडिशा के धार्मिक स्थलों का बारी-बारी से उल्लेख करते हुए लोगों का ज्ञान बढ़ाया। संबित पात्रा ने कहा यह इतिहास में दर्ज है कि पूरे विश्व में श्रेष्ठ भूमि भारत है और भारत में श्रेष्ठ भूमि उत्कल है। उन्होंने कहा कि एक अप्रैल 1936 को भारत का पहला भाषा के आधार पर बना राज्य ओडिशा था। उन्होंने कहा कि राजनीतिक प्रभावों के चलते भारतीय शिक्षण संस्थानों की पुस्तकों में मुगलों को तो पढ़ाया गया, लेकिन उत्कल, कलिंग, जगन्नाथ के विषय को पुस्तकों में स्थान नहीं दिया गया। सच यह है कि हमारा भारत बदल रहा है। हमारी संस्कृति जागृत हो रही है।
यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता और भारतीयता को एक सूत्र में पिरोने का परिणाम है। उत्कल दिवस कार्यक्रम का हवाला देते हुए संबित पात्रा ने कहा कि यह मोदी जी के प्रयासों से ही संभव हो पाया है कि आज हरियाणा और उड़ीसा एक साथ बैठा है। उन्होंने कहा कि जिसे हम बंगाल की खाड़ी कहते हैं, वह पहले कलिंग सागर के नाम से जाना जाता था। जब लोग दूसरे देशों में व्यापार के लिए जाते थे, उससे पहले उत्कल में कई दिन तक उत्सव आयोजित किया जाता था। पात्रा ने कहा कि 56 भो की परम्परा जगन्नाथ से ही शुरू हुई। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम में गुरु द्रोण रहते हैं और ओडिशा में हमारे पास भगवान जगन्नाथ रहते हैं।
ओडिशा की धार्मिकता का जिक्र करते हुए संबित पात्रा ने कहा कि ओडिशा मंदिरों की भूमि है। ओडिशा जैसा भव्य सूर्य मंदिर विश्वभर में अन्य कहीं नहीं है। ऐसा कोई संत नहीं जिन्होंने भगवान जगन्नाथ से आशीर्वाद ना लिया हो। साल 1506 में गुरु नानक देव जी पुरी धाम पहुंचे थे। उन्होंने हरियाणा भाजपा का धन्यवाद किया कि इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र ने यह सही राह दिखाई है। देशभक्ति, संस्कृति को सहेजने, महापुरुषों का सम्मान भाजपा ने ही किया है। उन्होंने हरियाणवासियों को जगन्नाथ पुरी आने का न्यौता दिया। साथ ही ओडिशा वासियों को हरियाणा में अपने राज्य की संस्कृति को प्रचारित करने का आह्वान किया।
हम संस्कृति को कभी ना भूलें: मूलचंद शर्मा
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि 80 के दशक से गुरुग्राम और फरीदाबाद अस्तित्व में आया। यह दोनों जिले जिस रफ्तार से विकास के पथ पर आगे बढ़े, इसमें ओडिशा का भी योगदान है। उन्होंने कहा कि दोनों जिलों में 25 फीसदी स्थानीय और 75 फीसदी आबादी बाहरी है। उनके विधानसभा क्षेत्र में ही जेएंडके, कर्नाटक, कटक, आंध्रा, उत्तराखंड, ओडिशा के लोग अधिक रहते हैं। इसमें काफी संख्या ओडिशा वासियों की है। सभी अपने तीज-त्योहार मिलकर मनाते हैं। उन्होंने कहा कि हम कहीं भी रहें, हमें अपनी संस्कृति को नहीं भूलना चाहिए। परिवहन मंत्री ने ओडिशा की तीन संस्थाओं केसीडब्ल्यूए, नीलांचल, जगन्नाथ समिति को एक-एक लाख रुपये देने की घोषणा की।
प्लंबर से सीईओ तक पहुंचे हैं ओडिशा के लोग: नवीन गोयल
कार्यक्रम के सह-संयोजक नवीन गोयल ने कहा कि गुरुग्राम की तरक्की में ओडिशा के प्लंबर से लेकर कंपनियों के सीईओ तक की महत्वपूर्ण भूमिका है। अपने मेहनत के बल पर लोगों ने खुद को स्थापित किया है। पूरे विश्व में पीएम मोदी ने भारत का डंका बजाया है। उन्होंने कहा कि ओडिशा का टैलेंट उभारने का काम हम सब करेंगे। यहां कोई स्टार्टअप शुरू करें, हरियाणा साथ देगा। नवीन गोयल ने कहा कि आने वाले समय में ओडिशा गुरुग्राम में राजनीति के क्षेत्र में भी आगे बढ़े, इसके भी प्रयास हों। इस कार्यक्रम में हरियाणवी, ओडिशी सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से एक-दूसरे की संस्कृति को सांझा किया गया।
कार्यक्रम में पूर्व डिप्टी स्पीकर एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा गोपीचंद गहलोत, प्रदेश सचिव ओबीसी मोर्चा उषा प्रियदर्शी और रेलवे बोर्ड पीएसी सदस्य हरविंद कोहली विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे और उत्कल दिवस की बधाई दी। केसी डब्ल्यूए के सलाहकार एचके मोहंती, नीलावल सोसायटी के प्रधान जयप्रकाश स्वेन, केसीडब्ल्यूए प्रधान गोबिंद चंद्र बेहरा, नीलांचल सोसायटी के सलाहकार सुजीत नंदा, गणेश पूजा कमेटी के प्रधान दिगांता प्रताप मल्लिक, जगन्नाथ सेवा संघ के प्रधान एपी मलिक, नीलांचल सोसायटी के सदस्य विश्व रंजन, गणेश पूजा कमेटी के सदस्य रंजन बेहरा, जगन्नाथ सेवा संघ के सचिव प्रगकर सामल ने इस कार्यक्रम को बेहतरी से पूर्ण करवाया। साथ ही भविष्य में भाजपा का साथ देने का आश्वासन किया।