सूरत में गणेश चतुर्थी के दौरान गणेश पंडाल पर पथराव की घटना में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस घटना के बाद 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 27 अन्य को हिरासत में लिया गया है। यह पथराव सूरत के एक गणेश पंडाल के आसपास हुआ, जिससे इलाके में तनाव फैल गया।
रविवार को गणेश चतुर्थी के दौरान सूरत के एक गणेश पंडाल में कुछ असामाजिक तत्वों ने अचानक पथराव कर दिया। पथराव के दौरान पंडाल में लगे सजावटी सामान और मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया गया, जिससे वहां उपस्थित लोगों में दहशत फैल गई। इस घटना से स्थानीय निवासियों और गणेश भक्तों में असुरक्षा और नाराजगी की लहर दौड़ गई।
घटना की सूचना मिलते ही सूरत पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया। पुलिस ने स्थिति को संभालने के लिए तत्काल कार्रवाई की और पथराव में शामिल कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसके साथ ही, 27 अन्य संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है जिनसे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, शांति व्यवस्था बिगाड़ने और अन्य गंभीर आरोप लगाए गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और घटना के पीछे की वजह को जानने का प्रयास कर रही है।
सूरत के स्थानीय नेताओं और प्रशासन ने घटना की निंदा की है और शांति बनाए रखने की अपील की है। नगर निगम और पुलिस विभाग ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और जनता को आश्वस्त किया है कि कोई भी असामाजिक तत्व कानून के दायरे से बाहर नहीं रहेगा।
गणेश चतुर्थी के मौके पर सुरक्षा के उपायों को लेकर स्थानीय प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरतने की योजना बनाई थी, लेकिन इस अप्रिय घटना ने सुरक्षा की खामियों को उजागर किया। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
इस घटना के बाद स्थानीय समाज और धार्मिक संगठनों ने शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने लोगों से संयम रखने और किसी भी प्रकार की भड़काऊ गतिविधियों से दूर रहने की अपील की है। गणेश चतुर्थी जैसे पर्व के दौरान ऐसी घटनाओं के होने से त्योहार के माहौल को प्रभावित करने की संभावना रहती है, इसलिए स्थानीय समुदाय ने सभी को शांति और सद्भावना बनाए रखने की दिशा में काम करने की सलाह दी है।
सूरत पुलिस की इस घटना के प्रति त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया ने कुछ हद तक स्थिति को नियंत्रित करने में मदद की है, लेकिन जांच और कानूनी कार्रवाई के बाद ही इस मामले की पूरी तस्वीर स्पष्ट होगी।