
4o
जम्मू-कश्मीर के पूर्व विधायक और “आवामी इत्तेहाद पार्टी” (AIP) के प्रमुख इंजीनियर राशिद को तिहाड़ जेल से अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया गया है। राशिद को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2019 में टेरर फंडिंग से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया था। यह मामला कथित मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी संगठनों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के आरोपों से संबंधित है।
राशिद की गिरफ्तारी के बाद से जम्मू-कश्मीर की राजनीति में बड़े पैमाने पर विवाद खड़ा हुआ था। उनके समर्थक उन्हें निर्दोष बताते हुए इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध मानते हैं, जबकि सरकारी एजेंसियों और विपक्षी नेताओं का कहना है कि उनकी गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई कानून के अनुसार की गई है। राशिद, जो कि पहले एक स्वतंत्र विधायक रहे हैं, हमेशा से ही कश्मीर में स्वायत्तता और मानवाधिकारों के मुद्दे पर मुखर रहे हैं।
तिहाड़ जेल से रिहाई के बाद इंजीनियर राशिद ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें भारत की न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि वे अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों का कानूनी तरीके से सामना करेंगे और न्याय प्राप्त करेंगे। साथ ही उन्होंने अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर भी संकेत दिया कि वे जल्द ही राजनीति में वापसी करेंगे।
राशिद की रिहाई के बाद उनके समर्थकों ने खुशी जाहिर की है, और उनके गृह क्षेत्र में जश्न का माहौल देखा गया। उनके समर्थक उन्हें कश्मीर की आवाज़ और जनता के हक के लिए लड़ने वाला नेता मानते हैं। वहीं, विपक्षी पार्टियों और कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि राशिद की रिहाई से जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है, खासकर आगामी चुनावों के मद्देनज़र।
यह देखना दिलचस्प होगा कि इंजीनियर राशिद अपनी राजनीतिक गतिविधियों को किस दिशा में ले जाते हैं, और क्या उनकी रिहाई से कश्मीर में कोई नई राजनीतिक समीकरण बनते हैं।
4o
WhatsApp us