जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र, प्रत्याशियों की सुरक्षा को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। चुनाव आयोग ने यह फैसला हाल ही में प्राप्त सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर लिया, जिसमें संभावित खतरों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा को प्राथमिकता देने की आवश्यकता बताई गई। जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ समय से आतंकी गतिविधियों में वृद्धि हुई है, जिससे चुनावी प्रक्रिया में शामिल नेताओं और प्रत्याशियों के लिए खतरे की स्थिति पैदा हो गई है।