- कचरे के डोर टू डोर कलेक्शन, ट्रांसपोर्टेशन और प्रोसेसिंग के लिए कंपनी को दिया गया ठेका
- मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई हाई पॉवर्ड वर्किंग कमेटी में लिया गया निर्णय
चंडीगढ़, 16 अप्रैल|
हरियाणा सरकार ने पंचकूला जिले में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने और कचरे के निस्तारण हेतू आगामी एक साल के लिए कंपनी को कार्य दिया गया है. कंपनी द्वारा कचरे के निपटान के लिए डोर टू डोर कलेक्शन, ट्रांसपोर्टेशन और प्रोसेसिंग की जाएगी. पंचकूला शहर से कचरा एकत्र कर अंबाला के पटवी में डाला जाएगा.
यह निर्णय रविवार को यहां मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई हाई पॉवर्ड वर्किंग कमेटी में लिया गया. बैठक में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता भी उपस्थित थे.
बैठक में बताया गया कि पंचकूला शहर में लगभग 70 हजार घरों से लगभग 200 टन प्रति दिन कचरा निकलने का अनुमान है.
मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कचरे के डोर टू डोर कलेक्शन सुनिश्चित करने के लिए वाहनों पर जीपीएस के साथ – साथ सभी घरों में आरएफआईडी लगाई जाए. इससे हर घर से कचरे का उठान सुनिश्चित होगा ही तो वहीं निगम के पास भी वास्तविक जानकारी उपलब्ध रहेगी और आधिकारी निगरानी रख सकेंगे.
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश के किसी एक नगर निगम क्षेत्र में निगम अपने स्तर पर एक पायलट प्रोजेक्ट चलाएं, जिसके तहत निगम के सफाई कर्मचारी कचरे का डोर टू डोर कलेक्शन करें.
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री पंचकूला स्मार्ट सिटी बनाने के लिए प्रयासरत हैं. ठोस कचरा प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री पहले ही विभिन्न स्थलों का दौरा कर चुके हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि डोर टू डोर कलेक्शन पर विशेष निगरानी रखी जाए.
बैठक में पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरूण गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.