गुरूग्राम, 20 अप्रैल
भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय के गुरुग्राम के मानेसर स्थित संस्थान इंटरनेशनल सेंटर फॉर ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी
(आईसीएटी) में इंटरनेशनल सिम्पोजियम ऑन लाइटिंग (आईएसओएल-2023) के 7वें संस्करण का शुभारम्भ हुआ. इस दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन 700 से अधिक पेशेवरों ने भागीदारी की. आईएसओएल-2023 का उद्घाटन सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों, ऑटोमोटिव ओईएम के उद्योग जगत के नेताओं, लैम्प निर्माताओं, आपूर्तिकर्ताओं और शिक्षा जगत के प्रतिष्ठित व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया.
आईसीएटी के निदेशक सौरभ दलेला ने अपने उद्घाटन भाषण में ऑटोमोटिव लाइटिंग टेक्नोलॉजी में नवीनतम विकास पर दर्शकों को अवगत कराया उन्होंने .अत्याधुनिक प्रकाश प्रौद्योगिकी के रिसर्च एन्ड डेवलपमेंट में आईसीएटी की भागीदारी पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि अपने उत्पाद विकास और प्रमाणन आवश्यकताओं के लिए ओईएम और प्रकाश घटक आपूर्तिकर्ताओं का समर्थन करने के लिए आईसीएटी में तत्परता पर जोर दिया जा रहा है. इस दो दिवसीय कार्यक्रम में छह सत्रों में प्रख्यात वक्ताओं द्वारा 34 तकनीकी पत्र किए जाएंगे. जिसमें ऑटोमोटिव इंटेलिजेंस प्रकाश व्यवस्था, ऊर्जा कुशल प्रकाश व्यवस्था, प्रकाश डिजाइन और स्टाइलिंग पर विषय शामिल थे. इसके साथ ही सड़क सुरक्षा और एडीएएस में लाइटिंग, इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल के लिए लाइटिंग, लाइटिंग में ईएमसी की चुनौतियाँ, ऑटोमोटिव लाइटिंग में फ्यूचरिस्टिक ट्रेंड और रेगुलेशन आदि. आयोजन के दोनों दिन , ऑटोमोटिव लाइट्स के घटक निर्माताओं और ओईएम के विशेषज्ञों के बीच पैनल चर्चा भी होगी. पहले दिन पैनल चर्चा में ‘लाइटिंग और एडीएएस’ विषय पर चर्चा हुई, जबकि दूसरे पैनल में ‘इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए लाइटिंग’ पर चर्चा हुई. इस कार्यक्रम में ऑटोमोटिव लाइटिंग के क्षेत्र में ‘डिजाइन, इनोवेशन और एक्सीलेंस’ को मान्यता देने के लिए पुरस्कारों का वितरण भी शामिल था. आईएसओएल-2023 प्रदर्शनी में 30 से अधिक प्रदर्शक शामिल थे, जिन्होंने ऑटोमोटिव लाइटिंग उद्योग में आत्मनिर्भरता प्रदर्शित करने, डिजाइनरों को प्रोत्साहित करने और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अपने अभिनव उत्पादों और सेवाओं का प्रदर्शन किया. इस आयोजन की विशिष्टता मोटर वाहन प्रकाश प्रौद्योगिकी में की गई प्रगति को उजागर करने वाले ट्रैक प्रदर्शन शामिल थे.