
राज्य में नए मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई जाएगी।
चंडीगढ़, पंचकूला: हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी अपने अंतिम चरण में है। मात्र कुछ ही घंटों के बाद राज्य में नए मुख्यमंत्री की शपथ दिलाई जाएगी। इससे पहले, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में पंचकूला में भाजपा विधायक दल की बैठक शुरू हो चुकी है। इस बैठक में कई वरिष्ठ भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री उपस्थित हैं, जिनमें विनोद तावड़े, धर्मेंद्र प्रधान, विप्लव देव, और सतीश पूनिया शामिल हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सभी बड़े भाजपा नेताओं और विधायकों से मुलाकात की। इस बैठक में राजस्थान और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए, जिससे यह स्पष्ट होता है कि हरियाणा की राजनीतिक स्थिति पर पार्टी का पूरा ध्यान केंद्रित है।
मुख्यमंत्री शपथ समारोह की तैयारी
हरियाणा में यह तीसरी बार होगा जब भाजपा की सरकार का गठन हो रहा है। कल, यानी बृहस्पतिवार को सुबह 10:00 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। इस समारोह के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, और प्रदेश भाजपा नेतृत्व इस आयोजन को सफल बनाने के लिए जुटा हुआ है।
अमित शाह की मौजूदगी का महत्व
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का विधायक दल की बैठक में शामिल होना राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। शाह की उपस्थिति इस बात का संकेत है कि भाजपा में आंतरिक संतुलन बनाए रखने और किसी भी तरह की असंतोष की स्थिति से निपटने के लिए शीर्ष नेतृत्व सक्रिय है।
सूत्रों के मुताबिक, हरियाणा में मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और पूर्व गृहमंत्री अनिल विज के नाम चर्चा में थे। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इन्हीं कारणों से अमित शाह को व्यक्तिगत रूप से बैठक में आना पड़ा। यह निर्णय सुनिश्चित करने के लिए है कि पार्टी में किसी प्रकार का विवाद न हो और सही तरीके से नए मुख्यमंत्री का चयन हो सके।
विधायक दल के नेता का चयन
बैठक में कार्यकारी मुख्यमंत्री नायब सिंह सनी भी मौजूद रहे। सभी विधायकों की उपस्थिति में विधायक दल के नेता के चयन की प्रक्रिया जल्द ही पूरी हो सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी के भीतर किसे मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी जाती है।
प्रधानमंत्री का संदेश
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सीधा संदेश लेकर पंचकूला पहुंचे हैं और भाजपा के सभी विधायकों के साथ बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में प्रधानमंत्री का संदेश राज्य की भावी सरकार के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश देने का कार्य करेगा। भाजपा नेतृत्व सुनिश्चित करना चाहता है कि हरियाणा में पार्टी का शासन सुचारु रूप से चले और राज्य में स्थिरता और विकास को प्राथमिकता दी जाए।
राजनीतिक हलचल को और तेज कर दिया है।
हरियाणा में मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह से पहले भाजपा के विधायक दल की बैठक और अमित शाह की मौजूदगी ने राज्य की राजनीतिक हलचल को और तेज कर दिया है। केंद्रीय गृहमंत्री का इस बैठक में शामिल होना इस बात का प्रतीक है कि पार्टी नेतृत्व किसी भी प्रकार के आंतरिक असंतोष को खत्म कर प्रदेश में एक मजबूत और स्थिर सरकार देने के लिए प्रतिबद्ध है। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि हरियाणा में भाजपा का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, और पार्टी किस दिशा में आगे बढ़ेगी।