लगभग 24 लाख 60 हजार रुपये की ठगी का शिकार
गुरुग्राम, 20 अक्टूबर 2024 – गुरुग्राम पुलिस ने साइबर ठगी के एक मामले में यूको बैंक के एक डिप्टी मैनेजर सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर स्टॉक मार्केट में निवेश के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने का आरोप है।
मामला क्या है?
इस मामले की शुरुआत 23 जुलाई 2024 को हुई, जब एक व्यक्ति ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि उसे शेयर मार्केट में निवेश करने का लालच देकर लगभग 24 लाख 60 हजार रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया। पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
राजस्थान से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
आरोपियों की पहचान
पुलिस ने 19 अक्टूबर 2024 को राजस्थान से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान कनिष्क विजय वर्गीय और राम अवतार के रूप में हुई। राम अवतार यूको बैंक की मानसरोवर शाखा में डिप्टी मैनेजर है, जबकि कनिष्क ने फर्जी दस्तावेजों पर बैंक खाता खुलवाया था।
7 बैंक खातों को फर्जी पते पर खोलकर साइबर ठगों को सौंपा था।
ठगी का तरीका
पुलिस जांच में पता चला है कि राम अवतार ने अपने बैंक के पद का दुरुपयोग करते हुए फर्जी दस्तावेज पर खातों को खोला। इसके बाद ये बैंक खाते साइबर ठगों को उपलब्ध कराए गए। आरोपियों को हर बैंक खाता उपलब्ध कराने पर लगभग 7,000 रुपये मिलते थे। अब तक, आरोपियों ने लगभग 7 बैंक खातों को फर्जी पते पर खोलकर साइबर ठगों को सौंपा था।
पुलिस कार्रवाई
गुरुग्राम पुलिस की साइबर अपराध टीम ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई की है। सहायक पुलिस आयुक्त श्री प्रियांशु दीवान के नेतृत्व में कार्यवाही की गई है और जांच अभी भी जारी है। यह गिरफ्तारियां यह दर्शाती हैं कि पुलिस साइबर अपराधों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है।
साइबर ठगी से बचने के लिए नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए
इस प्रकार की साइबर ठगी से बचने के लिए नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए और संदिग्ध निवेश प्रस्तावों से दूर रहना चाहिए। पुलिस की ओर से जारी चेतावनी के बावजूद, ठगी के मामलों में वृद्धि एक गंभीर चिंता का विषय है।