नई दिल्ली, 3 दिसंबर 2024 / दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है, लेकिन यह पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है। दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर घटने के बाद, स्कूली बच्चों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, छोटे बच्चों को अभी भी स्कूल भेजने से मना किया गया है। पहली कक्षा से लेकर उच्च कक्षाओं तक के सभी छात्रों के लिए स्कूल जाने के आदेश दिए गए हैं।
दिल्ली के शिक्षा विभाग ने भी प्रदूषण के स्तर में कमी के बाद सभी स्कूलों और कॉलेजों को फिर से खोलने के निर्देश दिए हैं। इस निर्णय से छात्रों को राहत मिली है, क्योंकि बढ़ते प्रदूषण के कारण उनकी पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हो रही थी।
दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर इस हद तक बढ़ चुका था कि लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो गया था, और शहर में जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। हालांकि, दिल्ली के कुछ इलाकों में प्रदूषण की मात्रा अब भी काफी अधिक बनी हुई है।
विशेष रूप से, दिल्ली एनसीआर के गुरुग्राम, मानेसर, फरीदाबाद, पलवल और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, नोएडा, और ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण की समस्या अभी भी जारी है। इन क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता गंभीर रूप से प्रभावित है, और प्रदूषण के स्तर को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
दिल्ली सरकार और संबंधित विभाग प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए विभिन्न कदम उठा रहे हैं, जैसे कि निर्माण कार्यों पर रोक, वाहनों की संख्या में कमी, और प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को बंद करने के उपाय। प्रदूषण की इस स्थिति से निपटने के लिए समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
इस बीच, दिल्ली में मौसम में हल्का सुधार हुआ है और प्रदूषण का स्तर कुछ कम हुआ है, लेकिन फिर भी स्थिति पूरी तरह से सामान्य नहीं हुई है। अब यह देखा जाएगा कि प्रदूषण के नियंत्रण में कितनी सफलता मिलती है और कब तक स्थिति में पूरी तरह से सुधार आता है।