
नई दिल्ली, 7 जनवरी: भारत में HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। नागपुर में इस वायरस के दो नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे देश में कुल संक्रमितों की संख्या 7 हो गई है। बेंगलुरु, नागपुर और तमिलनाडु में दो-दो तथा अहमदाबाद में एक मामला सामने आया है। हालांकि, सरकार ने स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए कोविड जैसी परिस्थिति न बनने का भरोसा दिलाया है।
HMPV क्या है?
HMPV एक श्वसन संक्रमण फैलाने वाला वायरस है, जो विशेष रूप से सर्दी और बसंत ऋतु में अधिक सक्रिय होता है। यह वायरस 2001 में पहली बार पहचाना गया था और हवा के माध्यम से फैलता है। सभी उम्र के लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं, लेकिन खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों को अधिक जोखिम है।
केंद्र सरकार ने किया भरोसा
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि HMPV नया वायरस नहीं है। उन्होंने बताया कि सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने स्पष्ट किया कि अब तक किसी भी तरह के तेज प्रसार के प्रमाण नहीं मिले हैं।
महाराष्ट्र सरकार की अपील
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जनता से घबराने की बजाय सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह वायरस पहले भी सामने आ चुका है और इसका प्रभाव जल्द ही कम हो जाएगा। उन्होंने लोगों को आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करने की सलाह दी।
राज्यों में जारी अलर्ट
तमिलनाडु और राजस्थान सरकारों ने भी इस वायरस पर सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि HMPV संक्रमण आमतौर पर स्व-सीमित होता है और इसके लिए विशेष उपचार की आवश्यकता नहीं होती। पर्याप्त आराम और पानी पीने से इस संक्रमण से जल्दी राहत मिलती है।
कैसे करें बचाव?
1. हाथ धोने की आदत: नियमित रूप से हाथ धोएं।
2. मास्क पहनें: भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क लगाएं।
3. संक्रमित व्यक्ति से दूरी: खांसने या छींकने वाले लोगों से दूरी बनाए रखें।
4. साफ-सफाई पर ध्यान: घर और कार्यालय में स्वच्छता बनाए रखें।
5. स्वस्थ आहार लें: इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पोषण युक्त आहार लें।