
गुरुग्राम, 07 जनवरी – छत्तीसगढ़ के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की निर्मम हत्या के मामले में मुख्य अभियुक्त सुरेश चंद्राकर को एसआईटी ने हैदराबाद से गिरफ्तार कर लिया है। इस हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। पत्रकार मुकेश 1 जनवरी की रात लापता हो गए थे, जिसके बाद उनका शव सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा
मुकेश चंद्राकर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया गया कि
- उनका लीवर चार टुकड़ों में बंटा था।
- पांच पसलियां और गर्दन की हड्डी टूटी मिली।
इस बर्बर हत्या को लेकर पूरे देश में रोष प्रदर्शन और श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जा रही हैं।
गुरुग्राम में पत्रकारों का विरोध प्रदर्शन
गुरुग्राम में पत्रकारों ने
- काली पट्टी बांधकर विरोध जताया।
- राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
- पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग उठाई।
जिला उपायुक्त अजय कुमार ने पत्रकारों को सुरक्षा के लिए आश्वासन दिया।
प्रमुख मांगें और अपील
1. हत्यारों को फांसी की सजा:
- पत्रकारों ने हत्यारों के लिए फांसी की सजा की मांग की।
2. पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना:
- लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को बचाने के लिए सुरक्षा कानूनों को सख्त करने की अपील की।
3. मजबूत जांच प्रणाली:
- पत्रकारों ने भविष्य में ऐसे अपराधों को रोकने के लिए विशेष जांच दल और कानूनी सुधारों की मांग रखी।
उपस्थित प्रमुख व्यक्ति
प्रदर्शन में प्रवीन कुमार, मनप्रीत कौर, रमाकांत उपाध्याय, सतबीर भारद्वाज, मौ. जावेद, अखिलेश शर्मा, एम के मौर्या, विजेंद्र कुमार, संजय खन्ना, आलोक उपाध्याय, योगेश जांगड़ा, अर्जुन सैनी, सुरेंद्र, योगेश सैनी, कुमकुम, अभिषेक कुमार, गौरव गर्ग, गीतिका, काजल, अफसाना, पंकज पांडेय और पूनम समेत बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे।