युवाओं को खेलों से जोड़ने का संदेश
गुरुग्राम, 11 जनवरी 2025:
गुरुग्राम पुलिस ने नशा मुक्त हरियाणा बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मानेसर क्षेत्र के छह गांवों को नशा मुक्त घोषित किया। इस अभियान के तहत युवाओं को नशे से दूर रहने और खेलों से जुड़ने के लिए प्रेरित किया गया।
नशा मुक्त अभियान के तहत उठाए गए कदम
हरियाणा पुलिस के निर्देशानुसार, पुलिस उपायुक्त (मानेसर) श्री दीपक, भा.पु.से., के मार्गदर्शन में गुरुग्राम पुलिस ने नशे के खिलाफ कई महत्वपूर्ण अभियान चलाए। इनमें गांव चौपालों पर जागरूकता कार्यक्रम, युवाओं को खेलों से जोड़ने के प्रयास, और नशीले पदार्थों की खरीद-फरोख्त पर कड़ी कार्रवाई शामिल है। इसके अतिरिक्त, पुलिस ने डॉग स्क्वाड की मदद से तलाशी अभियान भी चलाए।
छह गांव घोषित किए गए नशा मुक्त
लगभग एक वर्ष के अथक प्रयासों के बाद, मानेसर पुलिस ने चौकी हेलीमंडी क्षेत्र के छह गांवों—ब्राह्मणवास, मंगवाकी, छिल्लरकी, नूरगढ़, बृजपुरा, और हुसैनका—को नशा मुक्त गांव घोषित किया। इन गांवों में नशे से संबंधित किसी भी गतिविधि के न होने के कारण उन्हें यह मान्यता दी गई।
ग्रामीणों को जागरूक किया गया
इस अवसर पर श्री दीपक ने प्रत्येक गांव में जाकर ग्रामीणों को बधाई दी और उन्हें नशे से दूर रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने नशे के दुष्प्रभावों और इसके कारण होने वाले आर्थिक और स्वास्थ्य संबंधी नुकसान के बारे में बताया। साथ ही, नशा छोड़ने वालों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।
युवाओं को खेलों से जुड़ने का आह्वान
श्री दीपक ने युवाओं को नशे से दूर रहकर खेल और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की। उन्होंने कहा, “नशे जैसी बुराई को छोड़कर खेल और पढ़ाई जैसी अच्छाइयों से जुड़कर ही हम एक सशक्त समाज का निर्माण कर सकते हैं।”
गांववासियों और अधिकारियों की भागीदारी
इस मौके पर सहायक पुलिस आयुक्त पटौदी, थाना प्रबंधक पटौदी, चौकी प्रभारी हेलीमंडी, और गांव के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
गुरुग्राम पुलिस की प्रतिबद्धता
गुरुग्राम पुलिस ने भरोसा दिलाया कि वे जनता को भयमुक्त और सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। पुलिस 24×7 सुरक्षा और सेवा के लिए तत्पर है।
यह कदम न केवल नशा मुक्त समाज के निर्माण की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि युवाओं को सकारात्मक दिशा में प्रेरित करने का महत्वपूर्ण प्रयास भी है।