ओलावृष्टि किसानों को हुआ नुकसान ??
हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में बारिश
चंडीगढ़, 11 जनवरी:
हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला जारी है, जिससे मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिला है। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तरी भारत में इस समय एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिसके कारण पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और ओलावृष्टि हो रही है।
हरियाणा के विभिन्न हिस्सों में भी बीते कुछ घंटों से भारी बारिश और ओलावृष्टि की घटनाएं दर्ज की गई हैं। राज्य के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई, जिससे किसानों को नुकसान हो सकता है। ओलावृष्टि ने फसलों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है, खासकर गेहूं, सरसों, और अन्य रबी फसलों को इससे भारी नुकसान हुआ है। मौसम के इस बदलाव ने खेती से जुड़े लोगों को संकट में डाल दिया है, क्योंकि ओलावृष्टि से फसलों के बर्बाद होने का खतरा बढ़ जाता है।
मौसम विभाग ने आगामी कुछ दिनों तक इस तरह की बारिश और ओलावृष्टि की स्थिति बनाए रहने का अनुमान जताया है। विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएं, जैसे कि ओलावृष्टि से बचाव के लिए तंबू या नेट का उपयोग करें। साथ ही, बेमौसम बारिश के कारण सड़कों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे यातायात पर भी असर पड़ा है।
राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में तापमान में भी गिरावट आई है, जिससे ठंड का अहसास बढ़ गया है। लोग गर्म कपड़े पहनने लगे हैं, और कई जगहों पर रात का तापमान सामान्य से काफी नीचे चला गया है। इसके अलावा, चंडीगढ़ और आसपास के इलाकों में भी बारिश और ओलावृष्टि की घटनाएं दर्ज की गई हैं।
पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश और ओलावृष्टि के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है। इन क्षेत्रों में सड़क यातायात पर असर पड़ा है और कुछ जगहों पर पेड़ गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं। कई जगहों पर खेतों और सड़कों पर जलभराव हो गया है, जिससे किसानों और आम नागरिकों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटों में इस स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं होगा, और बारिश और ओलावृष्टि की घटनाओं में वृद्धि हो सकती है। इस दौरान, राज्यों को खास सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है, और किसानों को कृषि के नुकसान से बचने के लिए तैयारी करने की अपील की गई है।
राज्य सरकारें और स्थानीय प्रशासन भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, और आपातकालीन राहत कार्यों के लिए तैयार हैं।