
काशी, 14 जनवरी:
देश-विदेश में प्रख्यात और देवों की नगरी के रूप में मशहूर काशी में दर्शन-पूजन और स्नान का विशेष महत्व है। इस दृष्टि से, महाकुंभ के दौरान स्नान के बाद श्रद्धालु काशी में भी पहुंचेंगे। इस बार पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति एक दिन के अंतराल पर पड़ रही हैं, जिससे श्रद्धालुओं का काशी में पलट प्रवाह 15 जनवरी से शुरू होगा। मकर संक्रांति पर महाकुंभ में स्नान करने के बाद श्रद्धालु काशी में लौटेंगे। इस दिन से काशी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने लगेगी, और काशी को भी इस ऐतिहासिक अवसर के लिए पूरी तरह तैयार किया गया है।
रूप से बाबा विश्वनाथ धाम और कालभैरव मंदिर में भारी भीड़
काशी में आने वाले श्रद्धालु गंगा स्नान करने के साथ-साथ काशी के प्रमुख देवालयों और शिवालयों में दर्शन-पूजन करेंगे। विशेष रूप से बाबा विश्वनाथ धाम और कालभैरव मंदिर में भारी भीड़ होने की संभावना है। महाकुंभ स्नान के बाद काशी में 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है।
कालभैरव मंदिर के प्रधान पुजारी मोहित महाराज ने बताया कि प्रशासनिक व्यवस्थाओं के साथ ही मंदिर की ओर से भी दर्शन के लिए तैयारियां पूरी की गई हैं। प्रशासन की ओर से वीआईपी दर्शन का प्रबंध किया जाएगा, जबकि आम श्रद्धालुओं के लिए कतारबद्ध दर्शन होंगे। शीतला मंदिर के उप महंत कल्लू महाराज ने बताया कि गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदिरों में कतारबद्ध दर्शन करवाने की व्यवस्था की गई है। साथ ही, विशालाक्षी, मंगला गौरी, गौरी केदारेश्वर जैसे प्रमुख मंदिरों में भी दर्शन के लिए सुदृढ़ व्यवस्थाएं की गई हैं, क्योंकि महाकुंभ के 45 दिनों के दौरान वहां प्रतिदिन 15 लाख से अधिक श्रद्धालु आने की संभावना है।
महाकुंभ के दौरान तीन प्रमुख अमृत स्नान होंगे:
14 जनवरी को मकर संक्रांति
29 जनवरी को मौनी अमावस्या
3 फरवरी को बसंत पंचमी
इन खास तिथियों पर श्रद्धालुओं की संख्या दोगुनी हो सकती है। इसके अलावा, महाशिवरात्रि, एकादशी, प्रदोष जैसी विशेष तिथियों पर भी गंगा स्नान और दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिलेगी।
श्रद्धालु गंगा स्नान के साथ-साथ काशी के प्रमुख शिवालयों और देवालयों में पूजा-अर्चना करेंगे। इस प्रकार, महाकुंभ और काशी का धार्मिक मिलाजुला संगम श्रद्धालुओं के लिए एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण अनुभव बनने जा रहा है, जहां उनकी आस्था और श्रद्धा अपने उच्चतम स्तर पर होगी।