बीकापुर 14 फरवरी – श्रद्धालुओं से खाद्य सामग्री के नाम पर अधिक दाम वसूलने की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए तहसील प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। प्रशासन ने बीकापुर कस्बे, खजुरहट, हाईवे किनारे और अन्य क्षेत्रों में स्थित जलपान की दुकानों और ढाबों का निरीक्षण किया। इस दौरान दुकानदारों को निर्देश दिए गए कि वे अपनी दुकानों पर खाद्य पदार्थों की रेट लिस्ट स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करें, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को उचित दाम पर भोजन एवं पेय पदार्थ उपलब्ध हो सकें।
तहसीलदार धर्मेंद्र सिंह और नायब तहसीलदार दीपंकर के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने होल्डिंग एरिया मिलिट्री ग्राउंड बीकापुर समेत विभिन्न स्थानों का दौरा किया। इस निरीक्षण अभियान के दौरान अधिकारियों ने देखा कि कई दुकानदार अपनी मनमर्जी से खाद्य सामग्री के दाम वसूल रहे थे और कहीं भी रेट लिस्ट नहीं लगी थी। इसे देखते हुए अधिकारियों ने दुकानदारों को सख्त हिदायत दी कि वे निर्धारित कीमतों पर ही सामान बेचें और दुकानों पर रेट लिस्ट अनिवार्य रूप से चिपकाएं।
महंगा सामान बेचने पर होगी कड़ी कार्रवाई
तहसीलदार धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं से अधिक दाम वसूलने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं, जिसके बाद यह कदम उठाया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि कोई दुकानदार निर्धारित कीमत से अधिक वसूली करता पाया गया, तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा और आवश्यकतानुसार कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
प्रशासन की इस सख्ती का असर तुरंत देखने को मिला। जिन दुकानों पर अब तक रेट लिस्ट नहीं लगी थी, वहां प्रशासन के निर्देश के बाद दुकानदारों ने तुरंत रेट लिस्ट लगा दी। कई दुकानदारों ने यह भी भरोसा दिलाया कि वे श्रद्धालुओं से उचित दाम ही वसूलेंगे और किसी भी तरह की मनमानी नहीं करेंगे।
श्रद्धालुओं को मिली राहत
प्रशासन की इस कार्रवाई से श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिली है। बीकापुर, खजुरहट और हाईवे किनारे स्थित जलपान की दुकानों पर यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु रुकते हैं। पहले यहां खाने-पीने की चीजों के मनमाने दाम वसूले जा रहे थे, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी होती थी। लेकिन अब जब दुकानों पर स्पष्ट रूप से रेट लिस्ट प्रदर्शित की गई है, तो यात्रियों को सही कीमतों पर सामान उपलब्ध हो रहा है।
यात्रा के लिए आए एक श्रद्धालु रामनरेश तिवारी ने कहा, “पहले यहां चाय, नाश्ता और भोजन के अलग-अलग दाम मांगे जाते थे, लेकिन अब रेट लिस्ट लगने के बाद स्थिति स्पष्ट हो गई है। प्रशासन का यह कदम सराहनीय है।”
इसी तरह, मुकेश शर्मा नामक एक अन्य यात्री ने कहा कि प्रशासन को इस नियम का पालन नियमित रूप से सुनिश्चित करना चाहिए, ताकि कोई भी दुकानदार बाद में मनमानी न कर सके।
प्रशासन ने की दुकानदारों से अपील
प्रशासन ने दुकानदारों से अपील की है कि वे ईमानदारी से काम करें और श्रद्धालुओं को उचित कीमतों पर भोजन उपलब्ध कराएं। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में कोई दुकानदार तय दर से अधिक वसूली करते हुए पाया गया, तो उसे दंडित किया जाएगा।
तहसील प्रशासन ने आगे भी इस तरह के निरीक्षण जारी रखने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन पूरी तरह से तत्पर है और यदि किसी को भी ज्यादा कीमत वसूले जाने की शिकायत मिले, तो वह तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
इस सख्ती के बाद अब दुकानदारों पर दबाव बढ़ गया है और श्रद्धालुओं को सही दाम पर खाद्य सामग्री उपलब्ध हो रही है। प्रशासन की यह पहल निश्चित रूप से सराहनीय है, जिससे श्रद्धालुओं को फायदा होगा और मनमाने दाम वसूली की समस्या पर अंकुश लगेगा।