- सभी दवाईयां कैंसर और मधुमेह से संबंधित हैं, जिन्हें गैर-कानूनी तरीके से भारत में आयात किया गया था – अनिल विज
चंडीगढ़: हरियाणा के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि खाद्य एवं औषधि प्रषासन विभाग (एफडीए) ने नकली कैंसर इंजेक्षन के रैकेट का भण्डाफोड करने के बाद तुर्की के रहने वाले आरोपी अली तरमनानी से लगभग 7 लाख 15 हजार 250 रूपए की आयातित दवाईयों को जब्त करने में सफलता हासिल की है. ये सभी दवाईयां कैंसर और मधुमेह से संबंधित हैं, जिन्हें गैर-कानूनी तरीके से भारत में आयात किया गया था.
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि खाद्य एवं औषधि प्रषासन विभाग के अधिकारियों ने आरोपी अली तरमनानी से पूछताछ/रिमांड की और ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के तहत दवाओं, रिकॉर्ड, रजिस्टर, दस्तावेज इत्यादि के स्टॉक को बरामद किया. इसके अलावा, एफडीए के अधिकारियों ने अली तरमनानी पुत्र मोहम्मद से पासपोर्ट नंबर एन-014621770 सीरियाई अरब गणराज्य को जब्त किया तथा ये सभी दवाईयां व वस्तुएं रूम नंबर 50, पहली मंजिल, इस्तांबुल स्टॉक मैडीसीन के परिसर के टॉवर-बी, यूनिट नंबर 1124, 11वीं मंजिल, थंब टावर, सेक्टर-62, नोएडा से भी जब्त की, जहां यह आरोपी वर्तमान में रह रहा था.
श्री विज ने बताया कि 06 प्रकार की दवाईयों को रिमांड के दौरान अली तरमनानी के खुलासे के उपरांत एफडीए के अधिकारियों द्वारा जब्त किया गया है. आरोपी के अनुसार अवैध रूप से आयात की जाने वाली कैंसर और मधुमेह के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं को टावर बी, यूनिट नंबर 1124, 11वीं मंजिल, थंब टावर, सेक्टर-62, नोएडा में एक अलमारी के अंदर हरे रंग के थैले में कोने में छिपाकर रखी गई थी. अली तरमनानी ने बताया कि उसके पास इन दवाइयों से संबंधित कोई आयात एनओसी नहीं है और ये सभी उत्पाद उसके संपर्क में रहने वाले वितरकों के माध्यम से बिक्री के लिए इस्तांबुल से लाए गए थे.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अली तरमनानी से इंजेक्शन ओपदिवा 100 एमजी और 40 एमजी और एक्सजीवा 120 एमजी के बारे में पूछा गया था जो लेबल के अनुसार भंडारण की इन दवाईयों को 2 से 8 डिग्री रखने की आवश्यकता होती है, के बारे में उड़ान के दौरान कोल्ड चेन को कैसे बनाए रखने के संबंध में पूछा गया तो उसने इनकार करते हुए बताया कि कोल्ड स्टोरेज भण्डारण क्षमता को बिना बनाए रखते हुए ही वह इन दवाईयों को ऐसे ही बेच सकता था. इस प्रकार से यह तथ्य स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि कोल्ड स्टोरेज की आवश्यकता वाले उत्पादों को कोल्ड स्टोरेज की शर्तों का उल्लंघन करते हुए बेचा जा रहा था. इसलिए इस बात को ध्यान में रखते हुए इन दवाओं को अली तरमनानी की उपस्थिति में जब्त कर लिया गया क्योंकि यह उत्पाद ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स अधिनियम का उल्लंघन कर रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने जब्त की गई दवाइयों के संबंध में बताया कि ब्रिस्टल-मायर्स स्क्विब होल्डिंग्स फार्मा लिमिटेड कंपनी की लाईबिलीटी कंपनी पोरतो रिको/यूएसए लाईसेंस मालिक ब्रिस्टल-मायर्स स्क्विब फार्मास्यूटीकल इनकारपोरेषन, इस्तांबुल शाखा, मसलक/सरियर/इस्तांबुल की ओपदिवो 40 एमजी और ओपदिवो 100 एमजी दवाई को जब्त किया गया है.
इसी प्रकार, पाथेन फ्रांस एस.ए. 40, बॉर्गाेइन – जलियू सेडेक्स फ्रांस, सनोफी हेल्थ प्रोडक्ट्स लिमिटेड एसटीआई, सिसली/इस्तांबुल की सबरील 500 एमजी टेबलेट को जब्त किया गया है.
उन्होंने बताया कि एस्ट्राजेनेका फार्मास्यूटिकल्स एल.पी मा. वेरनॉन/आईएन/एबीडी, लाईसेंस धारक ब्रिस्टल-मायर्स स्क्विब फार्मास्यूटिकल्स इंक, इस्तांबुल शाखा, मसलक/सरियर/इस्तांबुल की स्प्रीसेल 70 एमजी की टैबलेट को जब्त किया गया है.
उन्होंने बताया कि बेयर वीमर जीएमबीएच एंड कंपनी केजी, इंडस्ट्रियल पार्क नॉर्थ/वीमर/जर्मनी की लाईसेंस धारक बायर तुर्क किमिया सन लिमिटेड एसटीआई, फातिह सुल्तान मेहमत मह बाल्कन कैड, नंबर 53, 24770, उमरानिये/इस्तांबुल की एंड्रोकर 50 एमजी टैबलेट को भी जब्त किया गया है.
इसी प्रकार, स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि एमगेन फार्मास्यूटीकल टेड लिमिटेड, एसटीआई कुललेरी लेवेंट, माह, मैलटेन सोक नंबर 10 टावर, दूसरी मंजिल, इंस्ताबुल की एक्सजीवा 120 एमजी को जब्त किया गया है.