
रमजान रोजे के बाद मेवात के किसान भरेंगे हुंकार:
ईद के दिन राकेश टिकैत की अध्यक्षता में होगी महापंचायत, चाईनीज कंपनी के कामकाज को भी बंद करने की चेतावनी
नई दिल्ली, 3 मार्च: देश के बड़े किसान नेता राकेश टिकैत ईद वाले दिन मेवात में किसानों की महापंचायत में शामिल होंगे और हरियाणा सरकार को किसानों की ओर से कड़ा संदेश देंगे। इस महापंचायत की तैयारियां अभी से ही शुरू कर दी गई हैं।
किसान नेता रवि आजाद की चेतावनी
हरियाणा के किसानों के बड़े नेता रवि आजाद ने खास बातचीत में जानकारी दी कि अगर सरकार ने ईद से पहले किसानों की मुख्य मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो किसान अब चुपचाप नहीं बैठेगा। अपनी मांगों के लिए किसान बलिदान देने के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर हरियाणा सरकार ने किसानों के एग्रीमेंट रद्द नहीं किए और 25 लाख रुपए प्रति एकड़ का बकाया मुआवजा नहीं दिया, तो किसान आईएमटी सोहना में सरकार के विकास कार्यों को बंद कर देंगे। इतना ही नहीं, जो 200 एकड़ में चाइनीज कंपनी का कामकाज चल रहा है, उसे भी रोक देंगे।
सरकार की राजनीति पर आरोप
सरकार मेवात को बदनाम करने का षड्यंत्र रच रही है।
रवि आजाद ने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार मेवात को बदनाम करने का षड्यंत्र रच रही है। सरकार वोट की राजनीति कर रही है, जबकि प्रदेश को एक नजर से देखना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि किसान सरकार के सभी बड़े अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन सरकार की ओर से किसानों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं दिख रही है।
बैठकों का कोई परिणाम नहीं
धोखाधड़ी से हुए एग्रीमेंट रद्द करने पर सरकार की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है।
आजाद ने बताया कि उन्होंने एचएसआईआईडीसी के एचडी सुनील सरवन से भी बैठक की है, और उनसे सिर्फ आश्वासन ही मिला है। मुख्यमंत्री की ओर से एचएसआईआईडीसी के सीनियर अधिकारी सुनील शर्मा के साथ भी बैठक हो चुकी है, लेकिन किसानों के मुख्य मुद्दों, जैसे मुआवजा और धोखाधड़ी से हुए एग्रीमेंट रद्द करने पर सरकार की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला है।
ईद के दिन महापंचायत
टिकैत किसान की ओर से सरकार को जवाब देंगे।
अगर सरकार ने इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो ईद के दिन एक महापंचायत का आयोजन किया जाएगा, जिसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान और हरियाणा के किसान शामिल होंगे और देश के सबसे बड़े किसान नेता राकेश टिकैत किसान की ओर से सरकार को जवाब देंगे।
कांग्रेस विधायक पर आरोप
मेवात के किसान नेता जाहिद खान ने मेवात-नूंह के कांग्रेस विधायक आफताब अहमद पर आरोप लगाए कि विधायक ने करीब 300 एकड़ जमीन को सरकार से रिलीज करवा लिया, जो आईएमटी सोहना के साथ जुड़ी हुई थी, लेकिन अब किसानों की समस्याओं पर उनका ध्यान नहीं है।
भूमि अधिग्रहण का विवाद
किसान नेता रवि आजाद ने बताया कि 2010 में हरियाणा सरकार ने नौगांव की जमीन 25 लाख रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से अधिग्रहित की थी किसान नेता ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय यह भूमि अधिग्रहण किया गया था और किसानों को 46 लाख रुपए प्रति एकड़ देने का वादा किया गया था। लेकिन भाजपा सरकार ने किसानों से धोखाधड़ी करते हुए एग्रीमेंट करवा लिया, जिससे किसान और उनका परिवार पीड़ित हो गया है।
आखिरी जानकारी
विदेशी कंपनियों को यह जमीन बेची जा रही है
अब इस जमीन के भाव 17 से 18 करोड़ रुपए प्रति एकड़ हो गए हैं और विदेशी कंपनियों को यह जमीन बेची जा रही है, जबकि किसानों को उनका मुआवजा भी नहीं मिल पा रहा है।
राकेश टिकैत की प्रतिक्रिया
किसानों को कमजोर नहीं समझना चाहिए।
किसान नेता राकेश टिकैत ने इस बारे में खास बातचीत में बताया कि देश का किसान अन्नदाता है, और अन्नदाता को नजरअंदाज करना सबसे बड़ी भूल होगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार को किसानों की मांगों पर ध्यान देना चाहिए और किसानों को कमजोर नहीं समझना चाहिए। किसान पहले ही केंद्र और राज्य सरकारों को अपनी ताकत दिखा चुके हैं, और अगर इसके बावजूद भी हरियाणा सरकार ने धोखेबाजी की तो उसे किसान जवाब देना जानते हैं।
आईएमटी का नाम बदलने की मांग
मेवात में आईएमटी का गठन पहले कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ था, और बाद में बीजेपी सरकार आने पर इसका नाम बदलकर सोहना आईएमटी रखा गया। मेवात के लोग चाहते हैं कि इस आईएमटी का नाम मेवात के नाम पर रखा जाए।
किसान अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने के लिए तैयार
किसान नेता राकेश टिकैत और रवि आजाद समेत अन्य किसान नेताओं ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह किसानों के हितों की अनदेखी कर रही है। किसान अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने के लिए तैयार हैं, और ईद के दिन महापंचायत के माध्यम से सरकार को कड़ा संदेश देंगे।