
हैलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा
खाटूश्यामजी (11 मार्च): खाटूश्यामजी में श्याम बाबा के वार्षिक फाल्गुनी लक्खी मेले का समापन हो रहा है। यह मेला हर साल फाल्गुन माह की द्वादशी तिथि को आयोजित होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए आते हैं। इस वर्ष भी श्रद्धालुओं का हुजूम खाटूश्यामजी में उमड़ा है।
मेले का प्रमुख आकर्षण सूरजगढ़ का निशान है, जो आज द्वादशी तिथि पर बाबा के मंदिर में चढ़ाया जाएगा। यह परंपरा वर्षो से चली आ रही है, और श्रद्धालु इस अवसर पर बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ इसमें भाग लेते हैं। सूरजगढ़ के स्थानीय लोग विशेष रूप से इस अवसर पर आयोजन में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
इस धार्मिक उत्सव को और भी खास बनाने के लिए हैलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की । श्रद्धालुओं का कहना है कि यह पुष्प वर्षा एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करेगी, जिससे श्याम बाबा के प्रति आस्था और श्रद्धा का प्रतीक बनेगा। यह कार्यक्रम मेला समापन के अवसर पर मंदिर परिसर में विशेष रूप से आयोजित किया ।
इस मेला में स्थानीय प्रशासन और पूजा समिति द्वारा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर जिला प्रशासन ने यातायात व्यवस्था और भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए हैं। इसके अलावा, मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सा सेवाएं, पानी की व्यवस्था, और सफाई के विशेष प्रबंध किए गए हैं।
खाटूश्यामजी का यह मेला धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। यह आयोजन न केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारत में श्याम बाबा के भक्तों के लिए एक विशेष धार्मिक पर्व है। लाखों लोग इस मेले में भाग लेने के लिए हर साल खाटूश्यामजी आते हैं और बाबा के दर पर माथा टेकते हैं।
इस वर्ष भी मेले के समापन पर विशेष पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन का आयोजन किया । श्याम बाबा के भक्तों ने अपनी पूरी श्रद्धा और भावनाओं के साथ इस मेले को खास बना दिया है, और यह आयोजन अगले साल फिर से अधिक धूमधाम से आयोजित किया ।
खाटूश्यामजी के इस वार्षिक मेला आयोजन से धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलता है, और इस क्षेत्र के व्यवसायिक गतिविधियों में भी वृद्धि होती है, क्योंकि लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं और स्थानीय दुकानदारों से खरीदारी करते हैं।
खाटूश्यामजी का फाल्गुनी लक्खी मेला हर साल श्रद्धा, भक्ति और उत्सव का प्रतीक बनता है, जो लाखों लोगों को एकजुट करता है और श्याम बाबा की भव्यता और आशीर्वाद से हर किसी का जीवन रोशन करता है।