- अध्यापकों के टकराव से छात्रों की पढ़ाई चौपट
- एक दूसरे की शिकायत को लेकर अधिकतर समय पुलिस स्टेशनों में व्यर्थ
- छात्रों में आपस में बनी दरार
चंडीगढ़: पिछले कुछ समय से गुरुग्राम में सरकारी सेक्टर 51 की यूनिवर्सिटी इन दिनों राजनीति का अखाड़ा बनी हुई है जिसको लेकर जाट छात्रों की पढ़ाई चौपट हो रही है वही छात्रों में भी आपसी मतभेद उभर रहे हैं जिसको लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन भी परेशान बताया जा रहा है जबकि प्रदेश सरकार छात्रों की शिक्षा में सुधार करने की बात कर रही है यूनिवर्सिटियों में छात्रों कि शिक्षा पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन वही गुरुग्राम यूनिवर्सिटी में इन दिनों माहौल सही नहीं है एक दूसरे की शिकायत में लगे हुए हैं जिससे छात्र भी आपस में एक दूसरे में बढ़ते जा रहे हैं और पुलिस प्रशासन शिक्षा के मंदिर पर भारी पड़ रहा है।
एक दूसरे की शिकायत कर अधिक समय पुलिस थानों में व्यर्थ
यूनिवर्सिटी में आपसी टकराव के चलते जहां अध्यापक अधिक समय थानों में व्यर्थ समय गवार हैं वही पुलिस प्रशासन भी एक दूसरे की शिकायत और आपसी टकराव का आनंद ले रहा है आए दिन यूनिवर्सिटी में पुलिस कहा ना बच्चे भयभीत होना यूनिवर्सिटी की दूर-दूर तक बदनामी हो रही है जिसके चलते हरियाणा शिक्षा विभाग के मंत्री पर भी उंगली उठे लगी है आखिरकार यूनिवर्सिटी पर इतना सब कुछ होने के बाद भी क्यों नहीं ध्यान दिया जा रहा आपसी टकराव लगातार यूनिवर्सिटी की बदनामी और पुलिस प्रशासन का यूनिवर्सिटी में बार बार आना यह संकेत दे रहा है की यूनिवर्सिटी सही तरीके से नहीं चल रही है जिस शिक्षा के मंदिर में अध्यापकों को छात्रों को शिक्षा देनी चाहिए आज उस शिक्षा के मंदिर में पुलिस प्रशासन की गाड़ियां सायरन बजाती हुई घूम रही इसे यूनिवर्सिटी प्रशासन की लापरवाही या शिक्षा विभाग की ओर से ध्यान नहीं देना साबित हो रहा है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर विशेष ध्यान दें अन्यथा यूनिवर्सिटी बर्बाद हो जाएगी
सीनियर एडवोकेट अर्चना चौहान ने कहा हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर हरियाणा में शिक्षा को और मजबूत और बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रकार के प्रयास कर रहे हैं शिक्षा मंत्री धर्मपाल गुर्जर से लगातार शिक्षा में और अलग से कौन-कौन से सब्जेक्ट जोड़े जाएं उन पर भी विचार विमर्श कर रहे हैं मगर वहीं दूसरी ओर उनकी नाक के नीचे गुरुग्राम यूनिवर्सिटी बर्बादी की ओर जा रही है किसी का ध्यान नहीं है। अगर समय रहते हो हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम यूनिवर्सिटी की ओर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में यह यूनिवर्सिटी बर्बादी के कगार पर चली जाएगी और इसका जिम्मेवार मात्र हरियाणा सरकार का चंडीगढ़ बैठा प्रशासक होगा।
यूनिवर्सिटी का माहौल बिगाड़ने वाले पर हो कार्रवाई
सीनियर एडवोकेट अर्चना चौहान का कहना है जो यूनिवर्सिटी का माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं सरकार को उन पर बड़ी कार्रवाई करें जिससे यूनिवर्सिटी का माहौल सुधर सके और पुलिस प्रशासन को सख्त निर्देश दें कि बिना यूनिवर्सिटी की कमेटी की जांच के किसी प्रकार का कोई एक्शन ना लें क्योंकि नियम अनुसार पहले अगर किसी कर्मचारी एवं अध्यापक की शिकायत है तो पहले यूनिवर्सिटी प्रशासन से करें और किसी भी सूरत में नियम को नहीं तोड़ना चाहिए।
पिछले समय जो यूनिवर्सिटी में घोटाले हुए उनकी जांच अवश्य हो
गुरुग्राम बार एसोसिएशन के पूर्व जिला अध्यक्ष सीनियर एडवोकेट कुलभूषण भारद्वाज यूनिवर्सिटी पर बोलते हुए कहा यूनिवर्सिटी की जांच होनी चाहिए यूनिवर्सिटी में काफी प्रकार के घोटाले हैं और जिन लोगों ने घोटाले किए हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए किसी को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए चाहे पिछले समय के अधिकारियों या इस समय के हो। उन्होंने कहा कुछ गंभीर वीडियो पुराने अधिकारियों की सामने आ रही है उसकी भी जांच होनी चाहिए शिक्षा के मंदिर में ऐसा क्यों