
भाजपा ने विपक्ष पर साधा निशाना — कहा, सपा और कांग्रेस ने नहीं की निंदा
📍 लखनऊ/कोलकाता, 15 अप्रैल 2025:
पश्चिम बंगाल एक बार फिर हिंसा की आग में झुलस रहा है। इस बार विवाद का केंद्र बना है वक्फ एक्ट। राज्य के कई हिस्सों में वक्फ संपत्ति से जुड़ी कार्रवाई और कथित कब्जों को लेकर हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच तनाव गहरा गया है, जिसकी परिणति हिंसक झड़पों और तोड़फोड़ में हो रही है।
इस पूरे घटनाक्रम पर अब राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उन्होंने धार्मिक तुष्टिकरण की राजनीति करते हुए राज्य की कानून व्यवस्था को पूरी तरह से ठप कर दिया है।
👉 भाजपा का विपक्ष पर हमला
उत्तर प्रदेश से लेकर दिल्ली तक भाजपा नेताओं ने विपक्ष पर तीखा हमला बोला है। पार्टी के प्रवक्ताओं का कहना है कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस, जो हर मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश करते हैं, बंगाल में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार और वक्फ एक्ट के दुरुपयोग पर एक शब्द भी नहीं बोल रहे हैं।
एक भाजपा प्रवक्ता ने कहा:
“बंगाल में वक्फ एक्ट की आड़ में दंगे हो रहे हैं, और विपक्षी दल सपा व कांग्रेस जानबूझकर चुप हैं। क्या यह चुप्पी उनकी स्वीकृति नहीं है?”
💬 कांग्रेस और सपा की चुप्पी पर सवाल
भाजपा नेताओं ने सवाल उठाया कि जब उत्तर प्रदेश या अन्य भाजपा शासित राज्यों में कोई छोटी घटना होती है, तब कांग्रेस और सपा के नेता तत्काल बयानबाजी करते हैं, धरना देते हैं और ट्विटर पर मोर्चा खोल देते हैं। लेकिन बंगाल में जब आम जनता हिंसा का शिकार हो रही है, तब वही नेता चुप क्यों हैं?
🚨 बंगाल में तनावपूर्ण हालात
सूत्रों के अनुसार, मुर्शिदाबाद, मालदा, बीरभूम और उत्तर 24 परगना जिलों में वक्फ संपत्तियों को लेकर हुए सरकारी नोटिस और अतिक्रमण विरोधी अभियानों के बाद हालात बिगड़ गए। कुछ जगहों पर स्थानीय प्रशासन पर पक्षपात का आरोप भी लगाया गया है।
📌 केंद्र सरकार की नजर
गृह मंत्रालय ने बंगाल में हो रही इन घटनाओं पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। वहीं, भाजपा का कहना है कि अगर राज्य सरकार स्थिति नहीं संभालती, तो केंद्र को हस्तक्षेप करना पड़ सकता है।
📣 भाजपा प्रवक्ता का बयान:
“विपक्षी दल, खासकर सपा और कांग्रेस, ममता बनर्जी की मुस्लिम तुष्टिकरण नीति का मौन समर्थन कर रहे हैं। यह जनता के साथ विश्वासघात है। देश को बांटने वाली राजनीति अब और बर्दाश्त नहीं होगी।