
दिल्ली, 14 मई 2025 – ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता की जानकारी दी और पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान में स्थित 100 से अधिक आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, जिससे आतंकवादियों को करारा जवाब मिला। प्रधानमंत्री ने कहा, “यह कार्रवाई हमारे सैनिकों की वीरता का प्रतीक है और आतंकवाद के खिलाफ हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
पाकिस्तान से संपर्क और चेतावनी
प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि अचानक संघर्ष विराम क्यों किया गया,
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने भारत के डीजीएमओ से संपर्क कर संघर्ष विराम की अपील की और आतंकवादी घटनाओं को रोकने का वादा किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत किसी भी प्रकार के न्यूक्लियर ब्लैकमेल को स्वीकार नहीं करेगा और आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी सोमवार को कहा कि उन्होंने दोनों देशों से संघर्ष विराम की अपील की थी और व्यापारिक संबंधों की शर्त रखी थी। हालांकि, भारत सरकार ने इस बयान पर न तो विरोध किया और न ही समर्थन किया, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या भारत और पाकिस्तान ने अमेरिकी दबाव में आकर संघर्ष विराम किया है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
आप नेता मनीष सिसोदिया ने प्रधानमंत्री मोदी से पूछा कि अचानक संघर्ष विराम क्यों किया गया, जबकि भारतीय सेना के पास रणनीतिक बढ़त थी। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी ने पाकिस्तान से आतंकवादियों की प्रत्यर्पण की मांग नहीं की और 1972 के शिमला समझौते की तरह औपचारिक शांति समझौता नहीं किया। सिसोदिया ने ट्रम्प के बयान को धमकी के रूप में देखा और मोदी से स्पष्टीकरण की मांग की।
प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन ने भारत की आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ नीति को स्पष्ट किया, जबकि पाकिस्तान से संपर्क और अमेरिकी बयान ने अंतरराष्ट्रीय दबाव को दर्शाया। राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएँ इस निर्णय की पारदर्शिता और भारत की स्वतंत्र कूटनीतिक नीति पर सवाल उठा रही हैं।