
नई दिल्ली, 12 मई 2025: भारत और अफ़ग़ानिस्तान के बीच हालिया कूटनीतिक संवाद क्षेत्रीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ को दर्शाता है। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अफ़ग़ानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मौलवी अमीर ख़ान मुत्ताक़ी से टेलीफोन पर बातचीत की, जो 1999 के बाद दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच पहली उच्चस्तरीय संपर्क है ।
प्रमुख बिंदु:
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शहतूत बांध परियोजना: भारत और अफ़ग़ानिस्तान के बीच जल संसाधन सहयोग को बढ़ावा देने के लिए शहतूत बांध परियोजना पर चर्चा हुई। यह परियोजना काबुल नदी पर प्रस्तावित है और काबुल शहर के दो मिलियन निवासियों को स्वच्छ पेयजल प्रदान करने, सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण और विद्युत आपूर्ति में सहायक होगी।
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व्यापारिक संबंधों में वृद्धि: चाबहार बंदरगाह के माध्यम से व्यापारिक सहयोग को बढ़ाने पर सहमति बनी। यह मार्ग पाकिस्तान को बायपास करते हुए अफ़ग़ानिस्तान को वैश्विक बाजारों से जोड़ने में सहायक होगा।
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वीज़ा प्रक्रिया में सरलता: मुत्ताक़ी ने व्यापार, चिकित्सा उपचार और शिक्षा के लिए भारतीय वीज़ा प्रक्रिया को सरल बनाने की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे दोनों देशों के बीच लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा मिले।
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आतंकवाद के खिलाफ सहयोग: जयशंकर ने पुलवामा हमले की निंदा करने के लिए मुत्ताक़ी का आभार व्यक्त किया, जो दोनों देशों के बीच आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को दर्शाता है।
यह संवाद भारत की विदेश नीति में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अफ़ग़ानिस्तान के साथ संबंधों को प्रगाढ़ करने और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देने की दिशा में है।